
कोलकाता, 21 नवम्बर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग की मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है और अब तक करीब 26 प्रतिशत गणना प्रपत्रों का डिजिटाइजेशन पूरा हो चुका है। यह जानकारी राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने दी है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अनुसार शाम 6 बजे तक कुल 1.95 करोड़ प्रपत्र सिस्टम में अपलोड किए जा चुके थे, जो राज्यभर में वितरित 7 करोड़ 64 लाख 11 हजार 983 प्रपत्रों का 25.5 प्रतिशत है। राज्य में इस समय 7 करोड़ 66 लाख 37 हजार 529 पंजीकृत मतदाता हैं, जिनके आधार पर अब भी 2 लाख 25 हजार 546 गणना प्रपत्र वितरण के लिए शेष हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आयोग द्वारा बूथ स्तरीय अधिकारियों के लिए प्रतिदिन के डिजिटाइजेशन लक्ष्य निर्धारित किए जाने के बाद से प्रक्रिया में उल्लेखनीय तेजी आई है। प्रत्येक बीएलओ को प्रतिदिन 150 प्रपत्र मोबाइल एप के माध्यम से अपलोड करने का निर्देश दिया गया है, ताकि नवंबर के अंत तक डिजिटाइजेशन कार्य पूरा किया जा सके।
अधिकारी ने बताया कि आयोग इस चरण को अत्यंत गंभीरता से ले रहा है। गुरुवार को कोलकाता के सात बीएलओ को अपेक्षित प्रगति हासिल न करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
इसी महीने की शुरुआत में आयोग ने 8 बीएलओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया था कि जिन्होंने निर्धारित डोर-टू-डोर प्रक्रिया के बजाय स्थायी स्थानों से गणना प्रपत्र बांटे। इसके अलावा, मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने तृणमूल कांग्रेस के 8 बूथ स्तरीय एजेंटों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई है, जिन पर वितरण प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने और बीएलओ से प्रपत्र जबरन ले लेने के आरोप हैं।----------------
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर