

- मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हैदराबाद में उद्योगपतियों से की वन-टू-वन बैठक
भोपाल, 22 नवंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में राज्य सरकार द्वारा आयोजित ‘इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज इन मध्य प्रदेश’ सत्र में उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा की। इस दौरान 10 कम्पनियों द्वारा 36 हजार 600 करोड़ के निवेश प्रस्ताव दिए गए। इससे लगभग 27 हजार 800 रोजगार सृजित होंगे। यह जानकारी सत्र के बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दी।
उन्होंने बताया कि प्रमुख निवेश प्रस्ताव में एजीआई ग्रीनपैक कम्पनी द्वारा पैकेजिंग इंजीनियरिंग सेक्टर में 1500 करोड़ रुपये, एक्सिस एनर्जी वेंचर्स इंडिया कम्पनी द्वारा नवीकरणीय ऊर्जा सेक्टर में 29 हजार 500 करोड़ रुपये, अनंत टेक्नालॉजीज कम्पनी द्वारा एयरो स्पेस सेक्टर में एक हजार करोड़, ऑटोमेटस्की सॉल्यूशंस कम्पनी द्वारा आईटी सेक्टर में एक हजार करोड़, कोलाबेरी इंक कम्पनी द्वारा फार्मा एण्ड ट्रेडिंग सेक्टर में एक हजार करोड़ रुपये, डर्माक्योर फार्मास्युटिकल्स कम्पनी द्वारा नवकरणीय ऊर्जा एवं आईटी सेक्टर में 150 करोड़ रुपये, विंडपोनिक्स इण्डिया कम्पनी द्वारा नवकरणीय ऊर्जा एवं कृषि सेक्टर में 280 करोड़ रुपये, विंटेज कॉफी एण्ड बेवरेजेस लिमिटेड कम्पनी द्वारा फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में 1100 करोड़ रुपये, विश्वनाथ प्रोजेक्ट्स लिमिटेड कम्पनी द्वारा अधोसंरचना सेक्टर में 350 करोड़ रुपये और वुमेनोवा एग्रो फूड पार्क प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी द्वारा फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में 720 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव दिया गया।
ग्रीनको ग्रुप के ग्रुप प्रेसिडेंट महेश कोली का अनुभवसत्र में ग्रीनको ग्रुप प्रेसिडेंट महेश कोली ने बताया कि ग्रीनको ने पिछले 10 वर्षों में मध्य प्रदेश में 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश से 3 हजार मेगावॉट क्षमता वाले नवकरणीय ऊर्जा प्रोजेक्ट स्थापित किए हैं। आने वाले पाँच वर्षों में 25 हजार करोड़ रुपये के निवेश की योजना भी तैयार है, जो मध्य प्रदेश के प्रति उनके विश्वास को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि नीमच में 1,900 मेगावॉट का हाइड्रो स्टोरेज प्रोजेक्ट किसी भी अन्य देश में 8 से 10 वर्ष में पूरा होता, जबकि मध्य प्रदेश में यह 3 वर्षों से भी कम समय में पूरा हुआ है। पहला प्रोजेक्ट 4 से 5 वर्ष में पूरा हुआ था, लेकिन मौजूदा प्रोजेक्ट की तेज प्रगति यह साबित करती है कि नीति स्पष्टता, प्रशासनिक सहयोग और राज्य सरकार की प्रतिबद्धता ने विकास को अभूतपूर्व गति दी है।
मध्य प्रदेश में निवेश प्रक्रिया अत्यंत सहत और तीव्र: मीलासुधाकर पाइप्स के अध्यक्ष जयदेव मीला ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उनके लिए मध्य प्रदेश में निवेश प्रक्रिया अत्यंत सहज और तीव्र रही। उनका उद्यम उज्जैन में स्थापित है और जब वे निवेश के लिए संबंधित विकास निगम से संपर्क करने गए तो उन्हें त्वरित और निष्ठावान मदद मिली। केवल कुछ दिन में भूमि का निरीक्षण, औपचारिकताएँ और अग्रिम राशि का निपटान संभव हुआ।
मध्य प्रदेश का प्रशासनिक और तकनीकी दृष्टिकोण बेहद प्रभावी: डॉ. पवुलुरीअनंत टेक्नोलॉजीज़ के प्रबंध निदेशक डॉ. सुब्बाराव पवुलुरी ने कहा कि मध्य प्रदेश में ‘ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस’ का अनुभव वास्तव में उल्लेखनीय है। उन्होंने बताया कि वे स्पेस और सैटेलाइट टेक्नोलॉजी के क्षेत्र से जुड़े हैं, जहाँ बड़े पैमाने पर सरकारी सहयोग, स्पष्ट नीतियाँ और तेज़ फैसले अत्यंत आवश्यक होते हैं। इस दृष्टि से मध्य प्रदेश का प्रशासनिक और तकनीकी दृष्टिकोण बेहद प्रभावी है। मध्य प्रदेश भौगोलिक रूप से इतना विस्तृत है कि यह स्वयं एक बड़े यूरोपीय देश की तरह विविध संभावनाएँ समेटे हुए है। ऐसे में उन्नत स्पेस टेक्नोलॉजी, हाई-एंड डिज़ाइन, डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग और अत्याधुनिक एयरोस्पेस सिस्टम्स के विकास के लिए यह राज्य एक आदर्श गंतव्य साबित हो सकता है।
मध्य प्रदेश तेज़ी से बन रहा है भारत का प्रमुख टियर-2 टेक हबअपर मुख्य सचिव संजय दुबे ने कहा कि मध्य प्रदेश तेज़ी से भारत का प्रमुख टियर-2 टेक हब बन रहा है। इंदौर-भोपाल कम लागत, उच्च जीवन-स्तर, स्वच्छ वातावरण और भरपूर कुशल प्रतिभा का अनोखा मेल प्रस्तुत कर रहे हैं। यहाँ ऑफिस किराया, वेतन, बिजली व रियल एस्टेट की लागत देश में सबसे कम है। हर साल 90 हजार से अधिक उच्च-शिक्षित युवा तैयार हो रहे हैं और 5,211 स्टार्ट-अप राज्य को नवाचार में अग्रणी बना रहे हैं। प्रदेश सरकार ने IT/ITeS, GCC, AVGC-XR, ड्रोन, सेमीकंडक्टर, स्पेसटेक, AI, रोबोटिक्स आदि क्षेत्रों के लिए देश की सबसे आकर्षक नीतियाँ लागू की हैं, जिनमें कैपेक्स-पेरोल सब्सिडी, R&D फंडिंग और सस्ती बिजली जैसे प्रोत्साहन शामिल हैं। भोपाल में 2000 एकड़ की प्रस्तावित नॉलेज सिटी वैश्विक विश्वविद्यालयों, अनुसंधान एवं विकास केन्द्र और टेक कंपनियों को एक छत के नीचे लाकर भारत के ज्ञान-नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को नया आयाम देगी। बेहतर जीवन और विश्वस्तरीय प्रतिभा के साथ मध्य प्रदेश अब भारत का सबसे मज़बूत टियर-2 टैलेंट व इनोवेशन इंजन बनने जा रहा है।
मध्य प्रदेश सबसे विश्वसनीय एवं आदर्श निवेश गंतव्यप्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह ने उद्योगपतियों को मध्य प्रदेश में निवेश की अपार संभावनाओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश ने पिछले एक वर्ष में 5 देशों में निवेश सत्र एवं सभी संभागों में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित कर निवेशकों का विश्वास कई गुना बढ़ाया है। मध्य प्रदेश देश का पांचवां सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार है। यहां पीएम मित्र पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क, फुटवियर पार्क, लॉजिस्टिक्स पार्क विकसित हो रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा निवेशकों को 50% तक पूंजीगत सहायता, 40% कैपिटल सब्सिडी, 100% स्टाम्प ड्यूटी छूट, एफडीआई-एक्सपोर्ट मल्टीप्लायर जैसी सहायता दी जा रही हैं। साथ ही मेगा प्रोजेक्ट्स के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमिटी द्वारा विशेष पैकेज, सिंगल विंडो क्लीयरेंस, ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस में शीर्ष स्थान, नो मेनडेज लॉस एवं स्थिर प्रशासन के साथ मध्य प्रदेश सबसे विश्वसनीय एवं आदर्श निवेश गंतव्य है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर