
मुंबई, 23 नवंबर (हि.स.)। आईजीपीएल (IGPL) इनवाइटेशनल मुंबई में पुरुष खिलाड़ियों के बीच इतिहास रचने वाली भारतीय गोल्फर प्रणवी उर्स की ऐतिहासिक जीत ने पूरे खेल जगत का ध्यान खींचा है। भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष और महान धाविका पी.टी. उषा ने प्रणवी की उपलब्धि की जोरदार प्रशंसा करते हुए कहा कि यह जीत साबित करती है कि “चैंपियंस की कोई लैंगिक सीमा नहीं होती।”
प्रणवी ने इस टूर्नामेंट में भारत के शीर्ष पुरुष पेशेवर गोल्फरों को मात देते हुए खिताब अपने नाम किया। खास बात यह रही कि उनके बॉयफ्रेंड और पेशेवर गोल्फर करनदीप कोचर दूसरे स्थान पर रहे।
पी.टी. उषा ने प्रणवी की जीत पर कहा, “प्रणवी, तुमने सिर्फ जीत का सपना नहीं देखा, तुमने उसके लिए कड़ी मेहनत की और साबित कर दिया कि चैंपियंस जेंडर की सीमाओं से परे होते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि प्रणवी की यह उपलब्धि दर्शाती है कि आत्मविश्वास और दृढ़ता से परंपराएं और पूर्वाग्रह तोड़े जा सकते हैं।
प्रणवी ने एशियाई खेल 2023 में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था, जहां भारतीय महिला टीम चौथे स्थान पर रही थी और वे स्वयं व्यक्तिगत श्रेणी में संयुक्त 13वें स्थान पर रहीं।
इस सीजन कलाई की चोट से उबरकर लौटीं प्रणवी ने IGPL में अपने पदार्पण पर ही 8-अंडर 62 का अद्भुत फाइनल राउंड खेला और कुल 14-अंडर के स्कोर के साथ दो शॉट की बढ़त से खिताब जीता। उन्हें 22.5 लाख रुपये की पुरस्कार राशि भी मिली। वे पुरुष और महिला पेशेवरों के मिश्रित मैदान में जीत हासिल करने वाली पहली भारतीय गोल्फर बन गईं।
अपनी ऐतिहासिक जीत पर प्रणवी ने कहा, “शब्दों में बयां करना मुश्किल है… अब भी यकीन नहीं हो रहा कि मैंने जीत हासिल की है। लड़कों के खिलाफ खेलना शानदार अनुभव था और इससे पता चलता है कि आपका खेल किस स्तर पर है।”
दुनिया में इससे पहले ऑस्ट्रेलिया में 2022 में हन्ना ग्रीन और यूरोप में लिन ग्रांट जैसी खिलाड़ियों ने मिश्रित फील्ड में पुरुषों को हराते हुए खिताब जीते थे। प्रणवी की यह उपलब्धि भारतीय गोल्फ के लिए नई प्रेरणा है और महिला खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को नई उड़ान देने वाली है।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय