
मुंबई, 23 नवंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को नागपुर के रेशिम बाग में कहा कि जीरो माइल लिटरेचर फेस्टिवल के माध्यम से परिपक्वता बढ़ेगी और जन-जागरूकता विस्तृत होगी। इस फेस्टिवल में विविध विषय प्रस्तुत किए जाएंगे, जिनसे विचार-क्षमता बढ़ेगी और परिपक्व व्यक्तित्व का निर्माण होगा।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को नागपुर में नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया, महाराष्ट्र शासन और ज़ीरो माइल यूथ फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित नागपुर बुक फेस्टिवल 2025 के अंतर्गत चार दिवसीय जीरो माइल लिटरेचर फेस्टिवल का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मनुष्य में मानवीय संवेदनाएं होती हैं, और इन संवेदनाओं को अभिव्यक्त करने का वरदान उसे प्राप्त है। भाषा, साहित्य और पुस्तकें उसकी अभिव्यक्ति के प्रमुख माध्यम हैं। जहां अभिव्यक्ति समाप्त होती है, वहीं संस्कृति भी समाप्त हो जाती है। इसलिए परिपक्व संस्कृति को संजोकर रखना आवश्यक है, और इस सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का कार्य पुस्तकें करती हैं।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि नागपुर अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। यह शहर कई ऐसी ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है, जिन्होंने देश को दिशा दी। गोंड राजाओं ने सार्वजनिक पुस्तकालयों की परंपरा शुरू कर ज्ञान-संस्कृति को विकसित किया। भोसले काल में हिंदवी स्वराज्य के विस्तार में नागपुर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज का साहित्य उच्चकोटि का है। श्रीपाद कृष्ण कोल्हटकर, राजा बढे, राम शेवालकर, महेश एलकुंचवार, सुरेश भट, ग्रेस, वि.भि. कोलते, ग.त्र्यं. माडखोलकर, मारुति चितमपल्ली, परशुराम खुणे जैसे अनेक साहित्यकारों ने इस संस्कृति को समृद्ध किया है। विदर्भ की भूमि भाषा-संगम की भूमि है, जहां मराठी और हिंदी साहित्य की समानांतर समृद्ध परंपरा देखने को मिलती है। लिटरेचर फेस्टिवल के माध्यम से नागपुर के सांस्कृतिक वातावरण में बड़ा परिवर्तन होगा। उन्होंने कहा उन्होंने आगे कहा कि जानकारी तब तक जानकारी ही रहती है जब तक वह ज्ञान में परिवर्तित नहीं होती। यदि जानकारी को ज्ञान में बदलना है और स्वयं को ज्ञानी व्यक्ति के रूप में स्थापित करना है, तो पुस्तकों का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने युवा पीढ़ी तक पुस्तकें पहुंचाने की आवश्यकता पर बल दिया।
उद्घाटन कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री डॉ पंकज भोयर, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति एवं साहित्य अकादमी की उपाध्यक्ष डॉ कुमुद शर्मा, लेखक एवं शिव-कथाकार विजयराव देशमुख, एनबीटी अध्यक्ष प्रो. मिलिंद मराठे, निदेशक युवराज मलिक, जीरो माइल यूथ फाउंडेशन के मार्गदर्शक सत्यनारायण नुवाल, अध्यक्ष अजय संचेती, निदेशक समय बनसोड आदि मान्यवर उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव