
जयपुर, 24 नवम्बर (हि.स.)। राजस्थान की धरती पर सोमवार शाम सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (केआईयूजी) राजस्थान 2025 का रंगारंग आगाज हुआ। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इन खेलों को औपचारिक रूप से उद्घाटित किया। यह केआईयूजी का पांचवां संस्करण है, जिसे स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया, राजस्थान सरकार, राज्य खेल परिषद, एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज तथा विभिन्न राष्ट्रीय खेल संघों के तकनीकी सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। पूर्निमा यूनिवर्सिटी इन खेलों की मेजबान विश्वविद्यालय है।
222 विश्वविद्यालयों के 4448 खिलाड़ी करेंगे 296 स्वर्ण पदकों के लिए मुकाबला
24 नवंबर से 05 दिसंबर तक राजस्थान के सात शहरों में आयोजित होने वाले इन खेलों में 222 विश्वविद्यालयों के 4448 खिलाड़ी 23 खेलों में प्रतिस्पर्धा करेंगे। खो-खो को प्रात्यक्षिक खेल के रूप में शामिल किया गया है, ताकि स्वदेशी खेलों के प्रचार को बढ़ावा मिल सके। कुल 296 स्वर्ण पदक दांव पर होंगे।
उद्घाटन समारोह में रोशनी, संगीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का शानदार मिश्रण देखने को मिला। इस दौरान केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ मनसुख मांडविया, वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद रहे।
“ये युवा भारत के भविष्य के खेल नायक हैं” : डॉ मंडाविया
डॉ मंडाविया ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा, “मेरे सामने सिर्फ खिलाड़ी नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदें खड़ी हैं। आप ही वो युवा हैं जो आने वाले समय में देश का तिरंगा विश्व मंचों पर लहराएंगे।”
उन्होंने कहा कि पिछली बार नॉर्थ-ईस्ट में हुए KIUG में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 66 पदक (28 स्वर्ण) जीतकर शीर्ष स्थान हासिल किया था, जबकि लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) और गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे थे।
डॉ मंडाविया ने विश्वविद्यालयों में छिपी खेल प्रतिभा पर जोर देते हुए कहा, “एलपीयू ने टोक्यो 2020 में 11 और पेरिस 2024 में 24 खिलाड़ी भेजे। अगर एक विश्वविद्यालय इतनी क्षमता दिखा सकता है, तो सोचिए कि देश के सभी विश्वविद्यालय मिलकर क्या कर सकते हैं।”
उन्होंने डीएवी कॉलेज, जालंधर और दिल्ली विश्वविद्यालय के उदाहरण देकर कहा कि विश्वविद्यालयों ने भारत के कई ओलंपियन तैयार किए हैं। कहा कि “देश के 4.5 करोड़ विश्वविद्यालयी छात्र नई भारत की सबसे बड़ी ताकत हैं। यही भारत को 2047 तक वैश्विक खेल महाशक्ति बनाएंगे।”
राजस्थान सीएम बोले- “खेलो इंडिया युवा प्रतिभा का मंच”
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजस्थान को मेजबानी देने के लिए केंद्रीय खेल मंत्रालय का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा,
“यह हमारे लिए गर्व की बात है। पीएम मोदी के विजन के तहत खेलो इंडिया युवाओं को समान अवसर देने वाला मंच है। यहां हर खिलाड़ी सीखने और खुद को साबित करने आता है।”
अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अरुंधति चौधरी और तीरंदाज राजेश चौहान ने ‘विकसित राजस्थान स्मार्ट टॉर्च’ को मंच पर मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री को सौंपा। यह टॉर्च सोलर पावर से चलती है और इसमें बिल्ट-इन कैमरा भी है। यह राजस्थान भर की अपनी यात्रा पूरी कर सोमवार को सवाई मानसिंह स्टेडियम पहुंची।
------------------
हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय