देशभर के 1.92 करोड़ से अधिक छात्रों ने ‘वीर गाथा 5.0’ में की भागीदारी

24 Nov 2025 20:37:00
प्रोजेक्ट वीर गाथा 5.0 का फोटो


नई दिल्ली, 24 नवंबर (हि.स.)। देश के सभी 36 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के 1.92 करोड़ से अधिक स्कूली छात्रों ने ‘प्रोजेक्ट वीर गाथा 5.0’ में उत्साहपूर्वक भाग लिया। छात्रों ने सशस्त्र बलों के शौर्य और बलिदान को समर्पित कविताएं, पेंटिंग, निबंध, वीडियो सहित विविध रचनात्मक प्रविष्टियां प्रस्तुत कीं। साथ ही उन्हें भारत के महान योद्धाओं—कलिंग के राजा खरवेल, पृथ्वीराज चौहान, छत्रपति शिवाजी महाराज, 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के वीरों और जनजातीय विद्रोहों के नायकों—की वीरता और सैन्य रणनीतियों से परिचित कराया गया।

शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, 2021 में शुरू हुआ ‘प्रोजेक्ट वीर गाथा’ वीरता पुरस्कार विजेताओं की प्रेरक गाथाओं के माध्यम से छात्रों में देशभक्ति और कर्तव्यनिष्ठा की भावना विकसित करने का उद्देश्य पूरा करता है। नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप यह पहल छात्रों को रचनात्मक अभिव्यक्ति और प्रोजेक्ट आधारित सीखने का अवसर देती है। इस परियोजना के 2021, 2022, 2023 और 2024 में चार सफल संस्करण आयोजित किए जा चुके हैं।

मंत्रालय के अनुसार, इस वर्ष ‘वीर गाथा 5.0’ के तहत 8 सितंबर से 10 नवंबर तक देशभर के स्कूलों में गतिविधियां आयोजित की गईं। स्कूलों ने अपनी चार सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियां ‘माईगव’ पोर्टल पर अपलोड कीं। रक्षा मंत्रालय ने भी सेना, नौसेना और वायुसेना के माध्यम से देशभर में वर्चुअल और प्रत्यक्ष जागरूकता कार्यक्रम चलाकर छात्रों को वीरता की अनसुनी कहानियों और शौर्यगाथाओं से अवगत कराया।

परियोजना की शुरुआत से अब तक प्रतिभागियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। पहले संस्करण में 8.03 लाख छात्रों ने भाग लिया था, जबकि दूसरे संस्करण में यह संख्या बढ़कर 19.5 लाख हो गई। तीसरे संस्करण में 1.36 करोड़ और चौथे संस्करण में 1.76 करोड़ छात्रों ने हिस्सा लिया। इस वर्ष, पांचवें संस्करण में भागीदारी का नया रिकॉर्ड बनाते हुए संख्या 1.92 करोड़ तक पहुंच गई।

इस बार ‘वीर गाथा 5.0’ ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की और विदेशी भारतीय स्कूलों के छात्रों ने भी बड़ी संख्या में सहभागिता की, जिससे वैश्विक भारतीय समुदाय का भारत की वीर परंपराओं और राष्ट्रभावना से जुड़ाव और भी मजबूत हुआ।

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ल ने इस अवसर पर छात्रों को प्रेरक संदेश दिया और एक विशेष वीडियो साझा किया। उन्होंने युवाओं को उत्कृष्टता की दिशा में प्रयासरत रहने, देशहित में योगदान देने और वीर गाथा द्वारा प्रोत्साहित साहस, त्याग और दृढ़ता के मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा दी।

परियोजना के पहले दो संस्करणों में 25 राष्ट्रीय विजेताओं (सुपर 25) का चयन किया गया था, जबकि तीसरे और चौथे संस्करण में यह संख्या बढ़ाकर 100 (सुपर 100) कर दी गई। इस वर्ष भी एनईपी 2020 की 5+3+3+4 संरचना के अनुरूप कुल 100 राष्ट्रीय विजेता चुने जायेंगे, जिन्हें शिक्षा मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में सम्मानित किया जायेगा। प्रत्येक विजेता को 10 हजार रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जायेगी।

इसके अतिरिक्त 739 जिलों से 2,956 विजेताओं (प्रति जिला चार) तथा राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से 288 विजेताओं (प्रति राज्य/यूटी आठ) का भी चयन किया गया है। इन सभी को उनके संबंधित जिला एवं राज्य/यूटी प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जायेगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार

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