
नई दिल्ली, 26 नवंबर (हि.स.)।फीफा ने मंगलवार को वर्ल्ड कप 2026 के ड्रॉ की प्रक्रिया जारी करते हुए स्पष्ट किया कि स्पेन और अर्जेंटीना, तथा फ्रांस और इंग्लैंड एक-दूसरे से फाइनल से पहले नहीं टकराएंगे—बशर्ते ये टीमें अपने-अपने ग्रुप जीतती हैं। यह नियम 48 टीमों के विस्तारित फॉर्मेट में प्रतिस्पर्धात्मक संतुलन बनाए रखने के लिए लागू किया गया है।
फीफा की नई व्यवस्था के अनुसार शीर्ष चार टीमें—स्पेन (रैंक 1), अर्जेंटीना (रैंक 2), फ्रांस (रैंक 3) और इंग्लैंड (रैंक 4)—ग्रुप न जीतने की स्थिति में भी सेमीफाइनल से पहले एक-दूसरे से नहीं खेलेंगी।
ड्रॉ 5 दिसंबर को वॉशिंगटन में
2026 विश्व कप का आधिकारिक ड्रॉ 5 दिसंबर को वॉशिंगटन में आयोजित होगा। इसके एक दिन बाद, यानी 6 दिसंबर को स्टेडियम और किक-ऑफ टाइम सहित मैच शेड्यूल जारी किया जाएगा।
पॉट्स का पूरा विवरण
पॉट 1: मेजबान कनाडा, मैक्सिको और अमेरिका के अलावा स्पेन, अर्जेंटीना, फ्रांस, इंग्लैंड, ब्राज़ील, पुर्तगाल, नीदरलैंड, बेल्जियम और जर्मनी।
पॉट 2: क्रोएशिया, मोरक्को, कोलंबिया, उरुग्वे, स्विट्ज़रलैंड, जापान, सेनेगल, ईरान, दक्षिण कोरिया, इक्वाडोर, ऑस्ट्रिया और ऑस्ट्रेलिया।
पॉट 3: नॉर्वे, पनामा, मिस्र, अल्जीरिया, स्कॉटलैंड, पराग्वे, ट्यूनीशिया, आइवरी कोस्ट, उज्बेकिस्तान, क़तर, सऊदी अरब और दक्षिण अफ्रीका।
पॉट 4: जॉर्डन, केप वर्डे, घाना, कुरासाओ, हैती, न्यूज़ीलैंड और यूरोपियन प्ले-ऑफ A, B, C, D के विजेता, साथ ही फीफा प्ले-ऑफ टूर्नामेंट 1 और 2 के विजेता।
कन्फेडरेशन नियम लागू
किसी भी ग्रुप में एक ही महाद्वीपीय संघ की दो टीमें नहीं होंगी, सिवाय यूएफा के, जिसके 16 प्रतिनिधियों के कारण एक ग्रुप में अधिकतम दो यूरोपीय टीमें रखी जा सकती हैं।
टूर्नामेंट 11 जून से
अमेरिका, मैक्सिको और कनाडा की संयुक्त मेजबानी में होने वाला टूर्नामेंट 11 जून 2026 से शुरू होगा, जबकि फाइनल 19 जुलाई को न्यू जर्सी में खेला जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे