
-उत्तराखंड उदात्त व उन्नत संस्कृति की प्रदर्शनी में झलक
देहरादून, 27 नवंबर (हि.स.)। पतंजलि योग ट्रस्ट के महासचिव आचार्य बालकृष्ण ने गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के प्रदर्शनी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि रानी अब्बक्का जी की यह भव्य प्रदर्शनी उनके तेज और शौर्य को उजागर करती है। प्रदर्शनी में सनातन शिखर और उत्तराखंड की उदात्त व उन्नत संस्कृति की एक झलक देखी जा सकती है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन प्रांगण देहरादून स्थित परेड मैदान भव्य 'रानी अब्बक्का प्रदर्शनी के उदघाटन के मौके पर यह बातें कही। इस दौरान आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि, ज्ञान-शील-एकता का प्रतीक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का राष्ट्रीय अधिवेशन देवभूमि में पहली बार आयोजित हो रहा है। विद्यार्थी परिषद जैसे संगठन से जुड़ना आपके लिए पुण्य और गौरव का विषय है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में उत्तराखंड की विशिष्ट परंपरा को विद्यार्थियों ने जिस सुंदरता से प्रस्तुत किया गया है,वह अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने कहा कि अभाविप के कार्यकर्ता अपने आचरण और जीवन-मूल्यों से दूसरों के जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य करते हैं।‘राष्ट्र प्रथम’ हम सभी का मूल मंत्र है और हम सब उसी प्राचीन गुरुकुल परंपरा के वाहक हैं। सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जागरण के लिए जो प्रयास चल रहे हैं उनसे हम सभी को अवश्य जुड़ना चाहिए।
स्वास्थ्य एवं सहकारिता मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि,जब मैं विद्यार्थी परिषद का कार्यकर्ता था तब मन में यह इच्छा रहती थी कि राष्ट्रीय अधिवेशन हमारे उत्तराखंड में भी आयोजित हो। यह पहली बार हो रहा है कि परिषद उत्तराखंड में अपना राष्ट्रीय अधिवेशन करने जा रही है। इसके लिए मैं राज्य की जनता की ओर से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं का इस पावन धरा पर स्वागत करता हूं।
मंत्री ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं में से वर्तमान समय में देश के विभिन्न राज्यों में 8 शिक्षा मंत्री कार्यरत हैं। इस भव्य प्रदर्शनी को अवश्य देखें और ऐसे संगठन से अवश्य जुड़ें।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री आदित्य तकियार ने उद्घाटन समारोह में सभी का स्वागत करते हुए कहा कि,देवभूमि उत्तराखंड की इस पावन धरा पर 28 नवंबर से अभाविप का राष्ट्रीय अधिवेशन प्रारम्भ होने जा रहा है। भारत भूमि सदैव वीरों की भूमि रही है और इसी वीरता का अद्भुत उदाहरण हमें महारानी अब्बक्का के जीवन में मिलता है। राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए बसाए गए ‘भगवान बिरसा मुंडा नगर’परिसर में स्थापित प्रदर्शनी को वीरांगना रानी अब्बक्का के नाम पर समर्पित किया गया है। इस प्रदर्शनी में उत्तराखंड की उदात्त संस्कृति, स्वातंत्र्यवीर सपूतों, महापुरुषों तथा विविध समसामयिक विषयों की प्रेरक झलक देखने को मिलेगी।
इस दौरान मंच पर मुख्य अतिथि आचार्य बालकृष्ण,प्रदर्शनी उद्घाटनकर्ता डॉ धन सिंह रावत, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रो. आशुतोष मंडावी,राष्ट्रीय मंत्री आदित्य तकियार,राज्य केंद्रीय विश्वविद्यालय कार्य संयोजक अमन पंत एवं उत्तराखंड प्रांत की उपाध्यक्ष प्रगति भरतवाल उपस्थित रही।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार