अडाणी डिफेंस ने एफएसटीसी का 820 करोड़ रुपये में अधिग्रहण किया, पायलट प्रशिक्षण क्षमता बढ़ेगी

युगवार्ता    27-Nov-2025
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एडीएसटीएले और एफएसटीसी के बीच समझौते का जारी फोटो


एडीएसटीएले और एफएसटीसी के बीच समझौते का जारी फोटो


नई दिल्‍ली, 27 नवंबर (हि.स)। अडाणी समूह की कंपनी अडाणी डिफेंस सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (एडीएसटीएले) ने प्राइम ऐरो सर्विसेज एलएलपी के साथ मिलकर फ्लाइट सिमुलेशन टेक्निक सेंटर प्राइवेट लिमिटेड (एफएसटीसी) में बहुमत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए 820 करोड़ रुपये के एंटरप्राइज वैल्यू पर समझौते को अंतिम रूप दिया है।

अडाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस के मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आशीष राजवंशी ने कहा कि यह अधिग्रहण हमारे एकीकृत एविएशन सर्विसेज प्लेटफॉर्म को विकसित करने की रणनीति का अगला चरण है। एफएसटीसी के एयर वर्क और इंडामर टेक्निक्स के साथ जुड़ने से हम अब सिविल एमआरओ, जनरल एविएशन एमआरओ, डिफेंस एमआरओ और फुल-स्टैक फ्लाइट ट्रेनिंग में ग्राहकों को व्यापक सेवाएं प्रदान कर पाएंगे। भारतीय एयरलाइंस में 1,500+ नए विमान शामिल किए जाने के साथ प्रमाणित पायलटों की आवश्यकता कई गुना बढ़ेगी।

उन्‍होंने कहा कि साथ ही यह समझौता सरकार की उन्नत प्रशिक्षण और मिशन रिहर्सल पर बढ़ती प्राथमिकता रक्षा सिमुलेशन में नए अवसर पैदा करेगा। सुरक्षित भारत के विज़न के अनुरूप हम देश के अगले पीढ़ी के डिफेंस पायलटों को तैयार करने में योगदान देने का लक्ष्य रखते हैं। एडीएसटीएल, अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) की सहायक कंपनी है। होराइज़न एयरो सॉल्यूशंस लिमिटेड (एचएएसएल) जो एडीएसटीएल और प्राइम ऐरो सर्विसेज एलएलपी का संयुक्त उपक्रम है, एईएल की स्टेप-डाउन सहायक कंपनी है।

अडाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस, अडाणी समूह का हिस्सा है। ये अत्याधुनिक रक्षा उत्पादों के डिजाइन, विकास और निर्माण में अग्रणी है। फ्लाइट सिमुलेशन टेक्निक सेंटर प्राइवेट लिमिटेड (एफएसटीसी) देश की सबसे बड़ी इंडिपेंडेंट फ्लाइट ट्रेनिंग और सिमुलेशन कंपनी है। एफएसटीसी 11 एडवांस फुल-फ्लाइट सिमुलेटर्स और 17 ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट संचालित करता है, जो कमर्शियल पायलट लाइसेंस, टाइप रेटिंग, रिकरंट ट्रेनिंग और विशेष कौशल कार्यक्रमों तक व्यापक प्रशिक्षण प्रदान करता है।

यह कंपनी डीजीसीए (निदेशालय सामान्य नागरिक उड्डयन) और ईएईए (यूरोपीय संघ एविएशन सेफ्टी एजेंसी) से प्रमाणित है और गुरुग्राम एवं हैदराबाद में अत्याधुनिक सिमुलेशन केंद्र चलाती है, जिनमें बड़े विस्तार की क्षमता है। इसके अलावा एफएसटीसी हरियाणा के भिवानी और नारनौल में भारत के सबसे बड़े फ्लाइंग स्कूलों में से एक का संचालन भी करता है। नागरिक उड्डयन की तर्ज पर भारत का रक्षा पायलट प्रशिक्षण क्षेत्र भी नए अवसरों के रूप में उभर रहा है, जहां सिमुलेटर-आधारित प्रशिक्षण लागत घटाता है और सुरक्षा और दक्षता बढ़ाता है। कंपनी ने रक्षा और नागरिक दोनों क्षेत्रों में विस्तार के ठोस विकास योजनाएं तैयार की हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर

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