उज्जैन में धूमधाम से निकली भगवान महाकाल की कार्तिक-अगहन मास की दूसरी सवारी

03 Nov 2025 23:08:01
भगवान महाकाल की कार्तिक-अगहन मास की दूसरी सवारी


- भगवान महाकाल ने चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में नगर का भ्रमण कर जाना प्रजा का हाल

उज्जैन, 03 नवंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के उज्जैन में कार्तिक-अगहन मास में निकलने वाली सवारियों की क्रम में सोमवार शाम को विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर से बाबा महाकाल की दूसरी सवारी धूमधाम से निकाली गई। अवंतिकानाथ ने चांदी की पालकी में सवार होकर नगर का भ्रमण कर अपनी प्रजा का हाल-चाल जाना। इस दौरान भगवान महाकाल ने चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में भक्तों को दर्शन दिए।

महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडल में भगवान महाकाल का पूजन हुआ। इसके बाद कलेक्टर रोशन सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा ने पालकी का पूजन किया। पूजा के पश्चात रजत पालकी में भगवान का चंद्रमौलेश्वर स्वरूप विराजित किया गया। इसके बाद भगवान चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में रजत पालकी में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने के लिए नगर भ्रमण पर निकले। इस दौरान मंदिर के बाहर द्वार पर सशस्त्र बलो की टुकड़ी ने पालकी में विराजित भगवान चन्द्रमोलेश्वर को भगवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। तत्पश्चात पश्चात पालकी कोट मौहल्ला, गुदरी, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होकर शिप्रा तट के रामघाट पहुंची, जहां क्षिप्रा जल से भगवान चंद्रमौलेश्वर का अभिषेक और पूजन किया गया।

महाकाल की सवारी में इस भार पुलिस बेंड के साथ महाकाल का अपना बेंड भी शामिल हुआ। सवारी में बाबा महाकाल की एक झलक पाने के लिए श्रद्धालु आतुर दिखाई दिए। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रृद्धालु सवारी मार्ग पर दर्शन करने के लिए खड़े रहे। शिप्रा तट पर पूजन के पश्चात सवारी ढाबा रोड़,टंकी चौक,छत्रीचौक,गोपाल मंदिर,पटनी बाजार,गुदरी होकर पुन: मंदिर पहुंची।

रात 11 बजे हरिहर मिलन की सवारी मंदिर से निकाली जाएगी

मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि आज रात 11 बजे महाकाल मंदिर से गोपाल मंदिर तक दूसरी सवारी निकलेगी। वैकुंठ चतुर्दशी पर भगवान महाकाल भगवान विष्णु को सृष्टि का भार सौंपेंगे। सवारी महाकाल मंदिर से गुदरी चौराहा, पटनी बाजार होते हुए द्वारकाधीश गोपाल मंदिर पहुंचेगी। हरिहर मिलन के दौरान रुद्राक्ष और बिल्व पत्र की पूजा होगी। इस बार प्रशासन ने आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाया है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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