मप्र की बेटी क्रांति गौड़ : एक छोटे से गांव की लड़की ने अपने हौसलों से रच दिया इतिहास

04 Nov 2025 16:42:01
विश्व कप के साथ क्रांति गौड़


क्रांति से बात करते हुए मुख्यमंत्री


क्रांति गौड़


- मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महिला क्रिकेट खिलाड़ी क्रांति गौड़ को वीडियो कॉल कर दीं शुभकामनाएंभोपाल, 04 नवंबर (हि.स.)। बुंदेलखंड का इलाका, जिसकी कहानी गुरबत और भु्खमरी है। चारों ओर परेशानियों के पहाड़ हैं। यहां गरीब के पास ना तो पीने के

पानी की सुविधा है और ना ही दो जून की रोटी। जिनके लिए सपने देखना दोबारा जन्म लेने जैसा है। कहने का तात्पर्य इस इलाके का सामान्य से सामान्य

व्यक्ति भी आजादी के इतने वर्षों बाद भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है। ऐसे में आसमान जैसे सपने देखना और उनका समय पर पूरा हो जाना, ईश्वर

को साक्षात पा लेने की तरह है। ऐसा ही कर दिखाया है बुंदेलखंड की बेटी क्रांति गौड़ ने। विश्व विजेता भारतीय महिला क्रिकेट टीम की हिस्सा रहीं क्रांति की इस

अहम कामयाबी पर मंगलवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उन्हें अभूतपूर्व जीत की बधाई दी।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को आईसीसी महिला क्रिकेट-2025 विश्व विजेता भारतीय टीम की खिलाड़ी और मध्य प्रदेश की गौरव क्रांति गौड़ से वीडियो कॉल पर चर्चा की और अभूतपूर्व जीत की बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की बेटियों ने वन-डे विश्व कप जीत कर इतिहास रचा दिया है। उन्होंने क्रांति को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि प्रदेश की बेटी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल के मैदान में नई क्रांति का सूत्रपात किया है। पूरे देश और प्रदेशवासियों को विश्व विजेता बनीं बेटियों पर गर्व है। इस उपलब्धि में प्रदेश की बेटी की महत्वपूर्ण भूमिका से इस जीत का आनंद और बढ़ जाता है। क्रिकेट में मध्यप्रदेश का नाम रोशन करने वाली क्रांति गौड़ को जल्द ही एक करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि सौंपी जाएगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश की उभरती क्रिकेट स्टार क्रांति गौड़ के खेल की सराहना की और उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि अपनी लगन और परिश्रम से बेटिया निरंतर आगे बढ़ती रहें और प्रदेश का नाम रोशन करें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार हर कदम पर युवाओं और खिलाड़ियों के साथ खड़ी है।

बॉल उठाने से लेकर विश्व विजेता बनने तक का सफर

छतरपुर जिले के छोटे से गाँव घुवारा के एक सामान्य परिवार में जन्मी क्रांति गौड़ आर्थिक तंगी और सामाजिक बंदिशों के बीच पली-बढ़ी। इस बेटी का सपना था, अपने देश के लिए खेलना। बचपन में जब गाँव में टेनिस बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट होते थे, तो क्रांति वहाँ “बॉल गर्ल” बनकर गेंद उठाया करती थी। किसी ने सोचा नहीं था कि यह लड़की एक दिन भारत की विश्व विजेता टीम का हिस्सा बनेगी।

मुश्किलों से टकराने वाली बेटी

क्रांति के पिता एक पुलिसकर्मी थे। वर्ष 2012 में उनकी नौकरी छूटने से परिवार पर आर्थिक संकट आ गया। घर की हालत ऐसी थी कि क्रांति को कक्षा 8वीं के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी, पर उसने हार न मानते हुए बैट और बॉल को अपना भविष्य बना लिया। वर्ष 2017 में क्रान्ति ने साईं क्रिकेट एकेडमी, छतरपुर में कोच राजीव बिल्थारे की देखरेख में ट्रेनिंग शुरू की। कोच ने उसकी प्रतिभा पहचानी, फीस माफ की और खेल सामग्री से लेकर रहने की व्यवस्था तक खुद की।

गाँव की मिट्टी से अन्तरराष्ट्रीय मंच तक

धीरे-धीरे क्रांति ने टेनिस बॉल क्रिकेट से लेकर लेदर बॉल क्रिकेट तक का सफर तय किया। वर्ष 2023-24 में उसने मध्यप्रदेश की सीनियर टीम में जगह बनाई और अगले ही सीजन में अपने शानदार प्रदर्शन से एमपी को पहला घरेलू वनडे खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाई। उनकी काबिलियत देखकर महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल)-2025 की नीलामी में यूपी वारियर टीम ने उन्हें 10 लाख रुपये में खरीदा। इसके बाद उन्होंने भारतीय टीम में जगह बनाई और श्रीलंका में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया। इंग्लैंड दौरे में उन्होंने इतिहास रचते हुए मात्र 52 रन देकर 6 विकेट चटकाए और भारत को बड़ी जीत दिलाई।

भारत को विश्व विजेता बनाने में निर्णायक योगदान

वर्ष 2025 के आईसीसी महिला वर्ल्ड कप में भारत ने 47 साल बाद विश्व खिताब जीता और इस ऐतिहासिक जीत में क्रांति गौड़ का योगदान निर्णायक रहा। उनके शानदार प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक करोड़ रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है। क्रांति आज हजारों बेटियों के लिए मिसाल बन चुकी हैं। उनकी कहानी बताती है कि अगर हौसले बुलंद हों तो कोई सपना छोटा नहीं होता।” उन्होंने साबित किया कि परिस्थितियाँ चाहे जैसी हों, मेहनत और विश्वास से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है। यह है मध्य प्रदेश की शेरनी “क्रांति गौड़” की कहानी है, जिसने अपने जुनून, मेहनत और हिम्मत से न केवल क्रिकेट के मैदान पर इतिहास रचा, बल्कि भारत का परचम पूरी दुनिया में लहराया।___________

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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