
काठमांडू, 04 नवंबर (हि.स.)। नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने मंगलवार को दोहा में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मुलाकात की। राष्ट्रपति पौडेल क़तार की राजधानी दोहा में दूसरे विश्व सामाजिक विकास शिखर सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे हैं, जो क़तरी अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के आमंत्रण पर मंगलवार से शुरू हुआ। इस सम्मेलन में राष्ट्रपति पौडेल नेपाली प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव से कहा कि आपने जब एवरेस्ट बेस कैंप का दौरा किया था, तब देखा कि हमारी सफेद पर्वत चोटियां अब काली पड़ रही हैं। ये पर्वत एशिया के जल स्रोत हैं, लेकिन इनका तेजी से पिघलना पारिस्थितिक तंत्र और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की आजीविका के लिए खतरा बन गया है। राष्ट्रपति पौडेल ने आशा व्यक्त की कि यह शिखर सम्मेलन सामाजिक विकास के प्रति वैश्विक प्रतिबद्धता को फिर से मजबूत करेगा और 2030 के सतत विकास एजेंडा के कार्यान्वयन में तेजी लाएगा, साथ ही गरीबी उन्मूलन, रोजगार सृजन और सामाजिक समावेशन जैसी चुनौतियों का समाधान करेगा।
बैठक के दौरान राष्ट्रपति पौडेल ने कोपेनहेगन प्रतिबद्धताओं के कार्यान्वयन और सामाजिक विकास को आगे बढ़ाने में संयुक्त राष्ट्र महासचिव की निरंतर भूमिका की सराहना की। उन्होंने शांति, सामाजिक न्याय और सतत विकास जैसे साझा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के साथ निकटता से काम करने की नेपाल की तत्परता दोहराई। राष्ट्रपति पौडेल ने कहा कि जेन जी आंदोलन के बाद नेपाल में नई सरकार का गठन हुआ है। इस आंदोलन ने जवाबदेह, जिम्मेदार और भ्रष्टाचारमुक्त शासन प्रणाली की मांग की थी और हम युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने बताया कि प्रतिनिधि सभा को भंग कर दिया गया है और आम चुनाव 5 मार्च 2026 के लिए घोषित किए गए हैं।
राष्ट्रपति पौडेल ने कहा कि नेपाल स्वतंत्र, निष्पक्ष और विश्वसनीय चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है, जो देश को राजनीतिक रूप से आगे बढ़ाएगा और सुशासन, विकास तथा समृद्धि सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा कि हमने जनरेशन ज़ेड आंदोलन के दौरान देश को सुरक्षित रूप से नेतृत्व किया है और नेपाल के संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा की है। जलवायु परिवर्तन के प्रति नेपाल की संवेदनशीलता का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि नगण्य कार्बन उत्सर्जन के बावजूद नेपाल को असमान और गंभीर प्रभावों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि सामाजिक विकास, समावेशन और गरीबी उन्मूलन नेपाल की शीर्ष प्राथमिकताएं हैं। राष्ट्रपति पौडेल ने बताया कि नेपाल ने गरीबी घटाने, मानव विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा तक पहुँच के क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हम लगातार संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों में योगदान दे रहे हैं, जो अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के प्रति नेपाल की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
महासचिव गुटेरेस ने आश्वासन दिया कि संयुक्त राष्ट्र विकसित देशों से ऐसे जलवायु-प्रभावित देशों के लिए सहायता जुटाने में सक्रिय रूप से काम कर रहा है, ताकि नेपाल जैसे देश जलवायु अनुकूलन के लिए सक्षम बन सकें। उन्होंने वैश्विक कार्बन उत्सर्जन को कम करने की अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई। गुटेरेस ने मानवाधिकारों के क्षेत्र में नेपाल के रिकॉर्ड की प्रशंसा की और विश्वास व्यक्त किया कि नेपाल की संस्थाएँ अपने आंतरिक मुद्दों को स्वतंत्र रूप से सुलझाने में सक्षम हैं।
दोहा के हमद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर क़तर के विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और नेपाल दूतावास के प्रतिनिधियों ने राष्ट्रपति पौडेल का स्वागत किया। राष्ट्रपति पौडेल 6 नवंबर को शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद नेपाल लौटेंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास