
काठमांडू, 06 नवंबर (हि.स.)। नेकपा (एमाले) के पूर्व सांसदों ने प्रतिनिधि सभा (संघीय संसद का निचला सदन) की पुनर्स्थापना के पक्ष में हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। पार्टी के कुछ पूर्व सांसद गुरुवार को सिंहदरबार स्थित संसदीय दल के कार्यालय पहुंचे और प्रतिनिधि सभा की पुनर्स्थापना के समर्थन में हस्ताक्षर कराना शुरू किया।
विघटित प्रतिनिधि सभा के सदस्य हेमराज राई ने बताया कि आज से हस्ताक्षर शुरू हुए हैं। कई संसद सदस्य अभी जिलों में हैं, लेकिन काठमांडू में उपलब्ध सांसदों ने हस्ताक्षर करना शुरू कर दिया है। राई ने यह भी जानकारी दी कि उन्होंने तीसरे क्रम में हस्ताक्षर किए हैं। विघटित प्रतिनिधि सभा के अन्य सदस्य रघुजी पंत और कृष्णगोपाल श्रेष्ठ ने भी अपने हस्ताक्षर किए हैं। अब तक कुल 20 पूर्व सांसदों ने प्रतिनिधि सभा की पुनर्स्थापना के पक्ष में हस्ताक्षर किए हैं।
एमाले के नेताओं ने इस पर अभी तक कोई ठोस बयान नहीं दिया है कि क्या सांसद अदालत में याचिका दायर करेंगे या केवल सार्वजनिक रूप से पुनर्स्थापना के समर्थन में मत व्यक्त करेंगे। विघटित प्रतिनिधि सभा में एमाले के प्रमुख सचेतक महेश बर्तौला ने कहा कि वे प्रतिनिधि सभा की पुनर्स्थापना के पक्ष में स्पष्ट रुख रखते हैं।
उनका कहना है कि सांसदों को स्वयं अदालत में जाकर पुनर्स्थापना की मांग करनी चाहिए।
एमाले के एक अन्य नेता भानुभक्त ढकाल ने कहा कि प्रतिनिधि सभा का विघटन असंवैधानिक था, इसलिए इसे पुनःस्थापित किया जाना चाहिए—इस पर पार्टी पहले ही राजनीतिक निर्णय ले चुकी है। अन्य कुछ एमाले नेताओं के अनुसार कांग्रेस पार्टी के साथ भी इस विषय पर चर्चा चल रही है कि क्या सांसद स्वयं अदालत जाकर प्रतिनिधि सभा की पुनर्स्थापना की मांग प्रस्तुत करें।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास