
नई दिल्ली, 06 नवंबर (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 8-13 नवंबर तक अंगोला और बोत्सवाना की राजकीय यात्रा पर रहेंगी। यह किसी भी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की अंगोला और बोत्सवाना की पहली राजकीय यात्रा होगी।
विदेश मंत्रालय के अनुसार राष्ट्रपति मुर्मु की राजकीय यात्रा अफ्रीकी क्षेत्र के साथ अपनी साझेदारी को गहरा करने की भारत की पक्की प्रतिबद्धता को दर्शाती है और अंगोला और बोत्सवाना के साथ भारत के लंबे समय से चले आ रहे सहकारी संबंधों को और मजबूत करेगी।
राष्ट्रपति मुर्मु 8-11 नवंबर तक अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोनकाल्वेस लौरेंको के निमंत्रण पर अंगोला का दौरा करेंगी। भारत और अंगोला इस साल राजनयिक संबंधों की स्थापना की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
राष्ट्रपति मुर्मु 9 नवंबर को राष्ट्रपति लौरेंको के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगी। राष्ट्रपति मुर्मु 11 नवंबर को अंगोला की स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगांठ समारोह में शामिल होंगी।
राष्ट्रपति मुर्मु अंगोला की संसद को संबोधित करेंगी और अंगोला में भारतीय समुदाय के लोगों से भी मिलेंगी। भारत और अंगोला के बीच दोस्ती और सहयोग के गहरे संबंध हैं, जो सभी क्षेत्रों में बढ़ रहे हैं। राष्ट्रपति मुर्मु की राजकीय यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों के पूरे दायरे की समीक्षा करने और आपसी फायदे वाले सहयोग को और गति देने का अवसर मिलेगा।
अपनी यात्रा के दूसरे चरण में राष्ट्रपति मुर्मू 11-13 नवंबर तक बोत्सवाना के राष्ट्रपति एडवोकेट डुमा गिदोन बोको के निमंत्रण पर बोत्सवाना का दौरा करेंगी। यह राजकीय यात्रा बोत्सवाना के साथ भारत के लंबे समय से चले आ रहे और मैत्रीपूर्ण संबंधों को मजबूत करने की भारत की प्रतिबद्धता को दिखाती है।
यात्रा के दौरान राष्ट्रपति मुर्मु 12 नवंबर को बोत्सवाना के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगी। राष्ट्रपति मुर्मु बोत्सवाना की नेशनल असेंबली को संबोधित करेंगी, बोत्सवाना में भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत करेंगी और सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के स्थलों का दौरा करेंगी। यह यात्रा बोत्सवाना के साथ सहयोगी संबंधों को नई गति देगी और आपसी लाभ के लिए नए क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करेगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा