
नई दिल्ली, 7 नवंबर (हि.स.)। विदेश मंत्रालय ने एक बार फिर देश के नागरिकों से विदेश में नौकरी के अवसरों पर सावधानी बरतने की सलाह दी है। विशेष रूप से रूस की सेना में भर्ती को लेकर मंत्रालय ने चेतावनी भी दी है कि इस तरह के काम में जान को खतरा है। साथ ही बताया कि वर्तमान समय में रूसी सेना में 44 भारतीय नागरिक हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को साप्ताहिक पत्रकार वार्ता में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत ने एक बार फिर रूसी पक्ष के साथ भारतीयों को रूसी सेना में भर्ती किए जाने का मामला उठाया है और उनसे जल्द ही उन्हें कार्य निवृत्ति करने को कहा है। साथ ही इस तरह के नियुक्तियों पर रोक लगाने की भी मांग की है।
प्रवक्ता ने बताया कि हमारी जानकारी के अनुसार इस समय 44 भारतीय रूसी सेना में काम कर रहे हैं उनके बारे में हम रूसी पक्ष से संपर्क में हैं। साथ ही हम उनके परिवार से भी संपर्क में है और उन्हें जरूरी जानकारी दे रहे हैं। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में प्रवक्ता ने बताया कि म्यांमार से भाग कर थाईलैंड पहुंचे 270 भारतीय नागरिकों को कल स्वदेश वापस लाया गया है। उल्लेखनीय है कि म्यांमार सरकार की अवैध कॉल सेंटर पर की गई कार्रवाई के बाद ये अवैध तरीके से सीमा पार कर थाईलैंड पहुंच गए थे।
प्रवक्ता ने कहा कि म्यांमार में कानूनी कार्रवाई के बाद वहां जारी कार्यरत कुछ भारतीय अवैध तौर पर थाईलैंड पहुंच गए थे और वहां की सरकार ने इसके लिए एक प्रक्रिया शुरू की थी। इन नागरिकों के दस्तावेज सत्यापित करने के बाद और उनके भारतीय नागरिक होने की पुष्टि के बाद उन्हें भारत लाया गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा