(अपडेट) अन्य शहरों में भी बनेगा रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम जैसा परिवहन तंत्रः मनोहर लाल

07 Nov 2025 16:28:01
मनोहर लाल बोले- अन्य शहरों में भी बनेगा आरआरटीएस जैसा परिवहन तंत्र


-गुरुग्राम में अर्बन मोबिलिटी इंडिया कान्फ्रेंस 2025 का शुभारंभ

नई दिल्ली, 7 नवंबर (हि.स.)। केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि दिल्ली एनसीआर की तरह अन्य प्रमुख शहरों में भी रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) जैसी परिवहन प्रणालियां विकसित की जाएंगी। देश के छोटे शहरों में दस हजार इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी, जिनमें से सौ बसें गुरुग्राम के लिए निर्धारित की गई हैं। भारत अब लगभग ग्यारह सौ किलोमीटर परिचालन नेटवर्क के साथ दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क बन चुका है और जल्द ही दूसरा स्थान प्राप्त करेगा।

मनोहर लाल ने शुक्रवार को हरियाणा के गुरुग्राम में 18वीं अर्बन मोबिलिटी इंडिया कान्फ्रेंस और प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। यह तीन दिवसीय आयोजन आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय तथा हरियाणा सरकार द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। इस वर्ष का विषय “शहरी विकास और गतिशीलता का संबंध है”, जिसमें शहरी नियोजन और परिवहन व्यवस्था के बीच तालमेल तथा उनके आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय प्रभावों पर चर्चा की जा रही है।

उद्घाटन सत्र में केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, सचिव श्रीनिवास कतिकिथला, हरियाणा सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव (परिवहन) राजा शेखर वुंद्रु और जीएमआरएल के प्रबंध निदेशक चंद्र शेखर खरे उपस्थित रहे। इस अवसर पर केंद्र और राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी, मेट्रो रेल कंपनियों के प्रमुख, परिवहन उपक्रमों के अधिकारी, अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ, शिक्षण और शोध संस्थानों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। लगभग सोलह सौ पेशेवर और शिक्षाविद् इस वर्ष के सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।

मनोहर लाल ने कहा कि दिल्ली मेट्रो रेल निगम की सहायक इकाई दिल्ली मेट्रो इंटरनेशनल लिमिटेड अब मंत्रालय की ओर से देश और विदेश में परामर्श, निर्माण, प्रबंधन और संचालन से जुड़ी परियोजनाओं के लिए नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करेगी। इसके अलावा, डीएमआरसी की एक अन्य सहायक इकाई को देशभर में मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम की योजना और प्रबंधन में मंत्रालय का सहयोगी संगठन बनाया गया है।

राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा कि मोबिलिटी केवल परिवहन का साधन नहीं बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास का प्रमुख आधार है। उन्होंने ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट और नेशनल कामन मोबिलिटी कार्ड जैसी योजनाओं को शहरी परिवहन में बदलाव का बड़ा माध्यम बताया।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर

Powered By Sangraha 9.0