प्रधानमंत्री कल वाराणसी से चार नई वंदे भारत ट्रेनों को दिखायेंगे झंडी, पर्यटन व आर्थिक गतिविधियों में आएगी तेजी

07 Nov 2025 19:07:00
प्रतीकात्मक फोटो


वाराणसी, 7 नवंबर (हि.स.)। देशभर में पर्यटन तथा आर्थिक गतिविधियों को तेज करने और क्षेत्रीय आवागमन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारतीय रेल ट्रेनों को बढ़ा रही है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार सुबह यहां रेलवे स्टेशन से खजुराहो के लिए वंदे भारत ट्रेन को प्रत्यक्ष रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री अन्य मार्गाें पर चलने वाली तीन अन्य वंदे भारत ट्रेनों को भी वर्चुअली झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। ​

रेलवे के अनुसार इन नई वंदे भारत सेवाओं से देश के कई हिस्सों में क्षेत्रीय गतिशीलता बढ़ेगी और पर्यटन को नई रफ़्तार मिलेगी। इन ट्रेनों में वाराणसी से खजुराहो के अलावा लखनऊ-सहारनपुर, ​फिरोजपुर-दिल्ली तथा ​एर्नाकुलम-बेंगलुरु मार्गों पर चलने वंदे भारत ट्रेनें शामिल हैं। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार बनारस से खजुराहो जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस भारत के कुछ सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों, जैसे वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और खजुराहो, को जोड़ेगी। यह संपर्क न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि तीर्थयात्रियों और यात्रियों को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल खजुराहो तक त्वरित, आधुनिक और आरामदायक यात्रा भी प्रदान करेगा। इस रूट पर वर्तमान में चल रही अन्य विशेष ट्रेनों की तुलना में यह लगभग 2 घंटे 40 मिनट की बचत करेगी। लखनऊ-सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस लगभग 7 घंटे 45 मिनट में यात्रा पूरी करेगी, जिससे यात्रा समय में लगभग 1 घंटे की बचत होगी। इस लखनऊ-सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस से लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, बिजनौर और सहारनपुर मार्ग के यात्रियों को बहुत लाभ होगा। साथ ही रुड़की होते हुए हरिद्वार तक उनकी पहुंच भी बेहतर होगी।

इसी तरह फिरोजपुर-दिल्ली वंदे भारत ट्रेन इस रूट पर सबसे तेज़ चलने वाली ट्रेन होगी, जो अपनी यात्रा मात्र 6 घंटे 40 मिनट में पूरी कर लेगी। फिरोजपुर-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस राष्ट्रीय राजधानी और पंजाब के प्रमुख शहरों, जैसे फिरोजपुर, बठिंडा और पटियाला, के बीच संपर्क को सुदृढ़ करेगी। इस ट्रेन से व्यापार, पर्यटन और रोज़गार के अवसरों को बढ़ावा मिलने, सीमावर्ती क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान देने और राष्ट्रीय बाज़ारों के साथ बेहतर एकीकरण को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। मध्य और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सुगम तथा त्वरित अंतर-शहर यात्रा सुनिश्चित करने के ज़रिए, यह सेवा कनेक्टिविटी और क्षेत्रीय विकास को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

प्रधानमंत्री के हाथों शुरू होने वाली वंदे भारत ट्रेनों में से एक दक्षिण भारत के लोगों की यात्रा सुगम बनाएगी। एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस यात्रा समय में 2 घंटे से अधिक की कमी आएगी। यह यात्रा 8 घंटे 40 मिनट में पूरी हो जाएगी। एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस प्रमुख आईटी और वाणिज्यिक केंद्रों को जोड़ेगी, जिससे प्रोफेशनलों, छात्रों और पर्यटकों को तेज़ और अधिक आरामदायक यात्रा का विकल्प मिलेगा। यह रूट केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच आर्थिक कार्यकलापों और पर्यटन को बढ़ावा देगा, जिससे क्षेत्रीय विकास और सहयोग में सहायता मिलेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील सक्सेना

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