प्रधानमंत्री मोदी ने देश को चार और वंदेभारत की दी सौगात, दिखाई झंडी, वाराणसी से खजुराहो जाना हुआ आसान, हर-हर महादेव की गूंज

08 Nov 2025 08:54:00
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वाराणसी रेलवे स्टेशन पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव विनम्र स्वागत करते हुए। फोटो - उत्तर प्रदेश सूचना विभाग


बनारस रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की तरह रंगोली बनाई गई। इसे लोगों ने काफी पसंद किया। फोटो - इंटरनेट मीडिया


बनारस रेलवे स्टेशन पर पहुंचे यात्री वंदे भारत में अपना स्थान ग्रहण करते। फोटो - इंटरनेट मीडिया


वाराणसी (उत्तर प्रदेश), 08 नवंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां चार नई वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। नई वंदे भारत ट्रेनें यात्रा समय में कमी लाएंगी। क्षेत्रीय गतिशीलता बढ़ाएंगी। साथ ही कई राज्यों में पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा देंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बनारस रेलवे स्टेशन पहुंचने पर हर- हर महादेव के जयकारे से पूरा परिसर गूंज उठा।

प्रधानमंत्री ने सुबह लगभग 8:48 बजे देश को चार वंदेभारत ट्रेन की सौगात दी। नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें बनारस-खजुराहो, लखनऊ-सहारनपुर, फिरोजपुर-दिल्ली और एर्नाकुलम-बेंगलुरु के बीच चलेंगी। बनारस-खजुराहो वंदेभारत वर्तमान में चल रही विशेष ट्रेनों की तुलना में लगभग दो घंटे 40 मिनट की बचत करेगी। यह देश के कुछ सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और खजुराहो को जोड़ेगी। यूनेस्को ने खजुराहो को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया है।

लखनऊ-सहारनपुर वंदे भारत लगभग सात घंटे 45 मिनट में यात्रा पूरी करेगी। इससे यात्रा समय में लगभग एक घंटे की बचत होगी। इससे लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, बिजनौर और सहारनपुर के यात्रियों को बहुत लाभ होगा। साथ ही रुड़की होते हुए हरिद्वार तक उनकी पहुंच भी बेहतर होगी। मध्य और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सुगम और त्वरित अंतर शहर यात्रा सुनिश्चित करने के जरिए यह सेवा कनेक्टिविटी और क्षेत्रीय विकास को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

फिरोजपुर-दिल्ली वंदेभारत इस मार्ग पर सबसे तेज चलने वाली ट्रेन होगी।यह अपनी यात्रा मात्र छह घंटे 40 मिनट में पूरी कर लेगी। यह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और पंजाब के प्रमुख शहरों जैसे फिरोजपुर, बठिंडा और पटियाला के बीच संपर्क को सुदृढ़ करेगी। इस ट्रेन से व्यापार, पर्यटन और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

दक्षिण भारत में एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस यात्रा समय में दो घंटे से अधिक की कमी ला देगी,। यह यात्रा आठ घंटे 40 मिनट में पूरी होगी। यह वंदे भारत प्रमुख आईटी और वाणिज्यिक केंद्रों को जोड़ेगी। यह रूट केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच आर्थिक कार्यकलापों और पर्यटन को बढ़ावा देगा।

बनारस से खजुराहो जाने वाली नई वंदे भारत एक्सप्रेस कई मायनों में खास है। इस ट्रेन के साथ आठ का मूलांक जुड़ा है। आध्यात्मिक रूप से भी इस ट्रेन का संचालन महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री मोदी ने शिवयोग में इसे भगवान शिव की नगरी (काशी) से शिव के धाम (मतंगेश्वर महादेव मंदिर) यानी खजुराहो के लिए रवाना किया।

वाराणसी में मौजूद भारतीय रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने कहा, हमारे पास पहले से ही देशभर में 156 वंदे भारत एक्सप्रेस सेवाएं हैं और आठ नई सेवाओं के जुड़ने से अब कुल 164 हो जाएंगी। आज प्रधानमंत्री बनारस-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके अलावा हम लखनऊ-सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस, फिरोजपुर-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस और एक एर्नाकुलम-कोयंबटूर-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू कर रहे हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद

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