
नई दिल्ली, 9 नवंबर (हि.स.)। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान 10 नवंबर को ओडिशा के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे किसानों की आय बढ़ाने, पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने और प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने से जुड़े कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के अनुसार, कृषि मंत्री सुबह पटना से रवाना होकर 11 बजे भुवनेश्वर पहुंचेंगे, जहां वे लोकसेवा भवन स्थित कन्वेंशन सेंटर में आयोजित ‘मांडिया दिवस (मिलेट दिवस)’ कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस अवसर पर वे ओडिशा सहित पूरे देश में श्री अन्न (मोटे अनाज) के उत्पादन, प्रसंस्करण और उपभोग को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार की पहलों पर बातचीत करेंगे।
कार्यक्रम के बाद केंद्रीय मंत्री कटक जिले के सदर क्षेत्र में जाएंगे, जहां वे खेतों का निरीक्षण करेंगे और किसानों से सीधे संवाद करेंगे। इस दौरान वे केंद्र सरकार की विभिन्न कृषि योजनाओं की जमीनी स्थिति का आकलन करेंगे और किसानों से उनके अनुभव व सुझाव भी प्राप्त करेंगे।
दोपहर में वह कटक के बिद्याधरपुर में सेंट्रल राइस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीआरआरआई) रणनीतिक बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बैठक में प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना, दालों में आत्मनिर्भरता मिशन और राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा होगी। बैठक में कृषि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, आईसीएआर के वैज्ञानिक और ओडिशा सरकार के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
इसके दौरान वह मिट्टी की सेहत, फसल विविधिकरण, जल दक्षता और टिकाऊ कृषि पद्धतियों को लेकर क्षेत्रीय चुनौतियों की पहचान भी करेंगे। साथ ही, सरकार की उन योजनाओं का प्रचार करेंगे जो आधुनिक कृषि तकनीक, उन्नत बीज, कृषि मशीनरी और मूल्य संवर्धन को बढ़ावा देती हैं।
साल 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष घोषित किए जाने के बाद राज्य के कोरापुट, रायगढ़ा और कंधमाल जिलों में समुदाय-आधारित पहलें उल्लेखनीय परिणाम दे रही हैं।
शाम को सभी कार्यक्रमों के समापन के बाद चौहान भुवनेश्वर से विजयवाड़ा के लिए रवाना होंगे, जहां अगले दिन वे कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर