लुआंडा (अंगोला), 09 नवम्बर (हि.स.)। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अपने अंगोला और बोत्सवाना के राजकीय दौरे के प्रथम चरण में अंगोला की राजधानी लुआंडा पहुंची हुई हैं। यह किसी भारतीय राष्ट्रपति की अंगोला की पहली यात्रा है। राष्ट्रपति के साथ जल शक्ति एवं रेल राज्यमंत्री वी. सोमन्ना, तथा सांसद परभुभाई नगरभाई वसावा और डी.के. अरुणा भी इस राजकीय दौरे पर हैं। लुआंडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका स्वागत अंगोला के विदेश मंत्री टेटे एंटोनियो ने किया।
आज राष्ट्रपति मुर्मु ने अपने राजकीय कार्यक्रमों की शुरुआत अंगोला के राष्ट्रपति भवन से की, जहां राष्ट्रपति जोआओ मैनुएल गोंसाल्वेस लौरेन्सो ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्हें औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। इसके बाद दोनों नेताओं के बीच एकांत वार्ता और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता सम्पन्न हुई।
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि भारत और अंगोला के बीच की साझेदारी पारस्परिक विश्वास, सम्मान और साझा विकास दृष्टि पर आधारित है। उन्होंने अंगोला के जनकल्याण और आर्थिक प्रगति के लिए चलाए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
वार्ता के दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और सशक्त बनाने पर चर्चा की। राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में भारत-अंगोला साझेदारी भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। दोनों देशों ने तकनीक, कृषि, स्वास्थ्य, रक्षा, आधारभूत संरचना और जन-से-जन संपर्क जैसे उभरते क्षेत्रों में निवेश और सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।
इस अवसर पर मत्स्य पालन, जलीय कृषि एवं समुद्री संसाधन तथा कांसुलर मामलों में सहयोग से संबंधित दो समझौता ज्ञापनों (MoUs) का आदान-प्रदान हुआ।
राष्ट्रपति मुर्मु ने अंतरराष्ट्रीय बिग कैट एलायंस (IBCA) और ग्लोबल बायोफ्यूल्स एलायंस (GBA) में अंगोला की सदस्यता का स्वागत किया।
वार्ता के उपरांत दोनों राष्ट्रपतियों ने संयुक्त प्रेस वक्तव्य जारी किए। इसके बाद अंगोला के राष्ट्रपति लौरेन्सो ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में राजकीय भोज का आयोजन किया।
राष्ट्रपति मुर्मु की यह यात्रा भारत-अफ्रीका संबंधों में एक नए अध्याय के रूप में देखी जा रही है, जो विकास, सहयोग और सतत साझेदारी की दिशा में दोनों देशों के संकल्प को और मजबूत करेगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय