राहुल-तेजस्वी-अखिलेश की राजनीति स्वार्थ पर टिकी : केशव मौर्य

09 Nov 2025 18:44:00
फाईल फोटो—बिहार विस चुनाव—केशव प्रसाद मौर्य


पटना, 09 नवम्बर (हि.स.)। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और बिहार चुनाव के सह प्रभारी केशव प्रसाद मौर्य ने महागठबंधन पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन कुछ नहीं, एक-दूसरे की टांग खींचने और धोखेबाजी का खेल है। इसके तीन खिलाड़ी हैं- राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और अखिलेश यादव। इन तीनों की अपनी-अपनी ढपली है और अपना-अपना राग।

महागठबंधन की अंदरूनी राजनीति पर निशाना साधते हुए केशव मौर्य ने कहा कि राहुल गांधी किसी भी कीमत पर नहीं चाहते कि दोनों यादव मुख्यमंत्री बनें। वे दोनों की लाठी तोड़कर अपना पंजा मजबूत करना चाहते हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि राजनीति में खेले-खाए यादव बंधु भी कम उस्ताद नहीं हैं। वे भी किसी कीमत पर राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनते नहीं देखना चाहते। यानी यह गठबंधन नहीं, टंगड़ी मारने वालों का क्लब है।

केशव मौर्य ने महागठबंधन के तीनों प्रतीकों पर भी व्यंग्य किया। बोले- लालटेन बुझ चुकी है, साइकिल पंचर है और पंजे में अब कोई दमखम नहीं बचा। जनता ने इन प्रतीकों को बार-बार आजमाया और अब इनसे ऊब चुकी है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब विकास, रोजगार और स्थिर सरकार चाहती है, न कि आपसी झगड़ों और भ्रम की राजनीति।

केशव मौर्य ने कहा कि महागठबंधन के ये तीन चेहरे भरोसे की राजनीति नहीं करते, बल्कि स्वार्थ और महत्वाकांक्षा की राजनीति करते हैं। राहुल गांधी का एजेंडा केवल अपने पंजे को मजबूत करना है। तेजस्वी यादव अपने परिवार की राजनीति से बाहर नहीं निकल पाए हैं और अखिलेश यादव हर चुनाव में गठबंधन बनाकर फिर उसे तोड़ते हैं। ये तीनों जनता को सिर्फ सपने दिखाते हैं, समाधान नहीं देते।

उप मुख्यमंत्री मौर्य ने दावा किया कि बिहार में एनडीए सरकार को लेकर जनता में उत्साह है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है, नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विकास कर रहा है। इसी कारण विपक्ष अब भ्रम फैलाने और झूठे प्रचार पर उतर आया है। लेकिन- बिहार की जनता बहुत समझदार है, वो विकास के साथ है।------------------

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश

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