याउंडे, 01 दिसंबर (हि.स.)। कैमरून के प्रमुख विपक्षी नेता अनीसेट एकाने की सोमवार को हिरासत में मौत हो गई। 74 वर्षीय एकाने अक्टूबर में हुए राष्ट्रपति चुनावों के बाद गिरफ्तार किए गए थे। उनके वकील और परिजनों ने उनकी मृत्यु की पुष्टि की है। घटना से देश के पहले से ही संवेदनशील राजनीतिक माहौल में और तनाव बढ़ने की आशंका है।
मेनीडेम पार्टी के प्रमुख एकाने को 24 अक्टूबर को चुनाव-उपरांत हुए प्रदर्शनों के बाद हिरासत में लिया गया था। पार्टी ने उनकी गिरफ्तारी को “सैनिकों द्वारा अपहरण” बताया था। उन पर राज्य विरोधी गतिविधियों, विद्रोह भड़काने और असंतोष फैलाने जैसे आरोप लगाए गए थे, जिनसे उन्होंने इंकार किया था।
कैमरून इस समय राजनीतिक उथल-पुथल से गुजर रहा है। राष्ट्रपति पॉल बिया की 92 वर्ष की आयु में पुनर्निर्वाचन की घोषणा के बाद हुए प्रदर्शनों में सुरक्षा बलों पर 48 नागरिकों की हत्या के आरोप लगे। बिया 1982 से सत्ता में हैं और दुनिया के सबसे उम्रदराज शासनाध्यक्ष माने जाते हैं।
एकाने की मौत से कुछ दिन पहले उनके वकील नगूआना उलरिच जुवेनाल ने बताया था कि मुलाकात के दौरान वह बेहद कमजोर स्थिति में थे। उनकी बहन मैरिएन साइमन-एकाने ने सोशल मीडिया पर उनके निधन की जानकारी साझा की।
कैमरून के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि एकाने को नेशनल जेंडरमेरी मिलिट्री मेडिकल सेंटर, याउंडे में उपचार के दौरान मौत हुई। मंत्रालय के अनुसार मृत्यु के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है।
इसके विपरीत, मेनीडेम पार्टी ने आरोप लगाया था कि एकाने का ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और अन्य आवश्यक चिकित्सा उपकरण पुलिस द्वारा जब्त वाहन में बंद थे। पार्टी ने इसे “गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन” और “पूर्वनियोजित हत्या” करार दिया है।
एकाने के साथ पार्टी की सदस्य फ्लोरेंस ऐमी तित्चो और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार इसा चीरोमा बकायरी के समर्थकों की गिरफ्तारी पर भी विपक्षी दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने सभी गिरफ्तार नेताओं की बिना शर्त रिहाई की मांग की है। बकायरी फिलहाल गाम्बिया में मानवीय आधार पर शरण लिए हुए हैं।
-------------------
हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय