पेरिस, 01 दिसंबर (हि.स.)। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने सोमवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में रूस की आक्रामक गतिविधियों, यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी, और संभावित शांति वार्ताओं पर चर्चा की। मैक्रों ने शुरुआत में ही कहा कि फ्रांस यूक्रेन के साथ “पूर्ण समर्थन” के साथ खड़ा है।
मैक्रों ने कहा कि जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय युद्ध समाप्त करने की बात कर रहा है, रूस उसी समय “मारने और नष्ट करने” का सिलसिला जारी रखे हुए है। उन्होंने स्पष्ट किया कि रूस ने अभी तक ऐसा कोई संकेत नहीं दिया है जिससे लगे कि वह अपनी आक्रामकता को रोकने के लिए तैयार है।
उनके अनुसार, यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से जुड़े फैसले केवल यूक्रेन ही करेगा, और किसी भी सुरक्षा गारंटी पर बातचीत यूरोपीय देशों और सहयोगी समूह की भागीदारी के बिना नहीं हो सकती।
आने वाले दिनों में शांति और सुरक्षा पर महत्वपूर्ण वार्ताएं : मैक्रों
फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा कि आने वाले दिनों में अमेरिका और “कोएलिशन ऑफ द विलिंग” के बीच सुरक्षा गारंटी को लेकर अहम चर्चाएँ होंगी, जिनसे अमेरिका की भूमिका और स्पष्ट होगी।
शांति वार्ताओं को लेकर भी उन्होंने संकेत दिया कि अमेरिका और रूस के बीच होने वाली बातचीत से यह पता चलेगा कि क्या मॉस्को अपनी मौजूदा मांगों से पीछे हटने को तैयार है या नहीं।
“हम शांति प्रक्रिया के हर प्रयास का समर्थन जारी रखेंगे और साथ ही यूक्रेन की रक्षा क्षमता को मजबूत करने में भी मदद करेंगे,” मैक्रों ने कहा।
जेलेंस्की ने रखीं ‘रेड लाइन्स’, ट्रंप से संभावित बातचीत के संकेत
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने स्पष्ट किया कि उनके लिए प्रमुख मुद्दे सुरक्षा गारंटी, संप्रभुता की रक्षा और पूरे देश की भू-सीमा की सुरक्षा हैं। उन्होंने कहा कि रूस को उसकी आक्रामकता के लिए किसी भी तरह का लाभ नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने रूसी सेना की हालिया प्रगति के दावों को “अति-प्रचारित” बताया।
जेलेंस्की ने संकेत दिया कि वह जल्द ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी बातचीत करना चाहेंगे, जब ट्रंप के प्रतिनिधि स्टीव विटकॉफ़ रूस की यात्रा से लौट आएंगे।
यूरोप का रूस पर बढ़ता दबाव, जमीं हुई संपत्ति के उपयोग का समर्थन : मैक्रों
रूस पर यूरोपीय दबाव से जुड़े सवाल पर मैक्रों ने कहा कि नवीनतम प्रतिबंध तेल, गैस और शैडो फ्लीट सहित युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक के “सबसे प्रभावी” उपाय हैं और यह रूस की युद्ध वित्तीय क्षमता को आने वाले हफ्तों में “महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित” कर सकते हैं।
उन्होंने आशा जताई कि जमीं हुई रूसी संपत्तियों के उपयोग को लेकर भी यूरोपीय संघ सदस्य देशों के बीच समाधान निकल आएगा, भले ही बेल्जियम कुछ तकनीकी आपत्तियाँ उठा रहा है।
यूक्रेन में भ्रष्टाचार मामलों, विशेषकर जेलेंस्की के पूर्व वरिष्ठ सहयोगी आंद्रिय यरमाक से जुड़ी जांच पर सवाल पूछे जाने पर मैक्रों ने कहा कि यूरोपीय संघ इन मामलों पर निगरानी रख रहा है। उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि जांच स्वतंत्र संस्थाओं द्वारा आगे बढ़ रही है, जो पारदर्शिता का संकेत है और यह रूस में ऐसे मामलों के निपटारे से बिल्कुल अलग है।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय