
नैनीताल, 11 दिसंबर (हि.स.)। नैनीताल वन प्रभाग में पक्षी एवं जैव विविधता संरक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए आज से चार दिवसीय पक्षियों एवं जैव विविधता के सर्वेक्षण शुरू हो गया। 14 दिसंबर तक चलनेवाले इस कार्यक्रम में नौ राज्यों के 34 बर्ड वॉचर प्रतिभाग कर रहे हैं। वन विभाग के अनुसार इस सर्वे से प्रभाग की पक्षी विविधता और पारिस्थितिक तंत्र की वास्तविक स्थिति का अद्यतन वैज्ञानिक आंकड़ा प्राप्त होगा, जो भविष्य की संरक्षण नीतियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।
प्रभागीय वनाधिकारी एवं प्राणी उद्यान के निदेशक आकाश गंगवार के निर्देशन और ओरियनटल ट्रेल के सहयोग से तीसरी बार इसका आयोजन किया जा रहा है। इस सर्वेक्षण में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश सहित नौ राज्यों से आये 34 बर्ड वॉचर प्रतिभाग कर रहे हैं।
सर्वेक्षण के शुभारंभ पर ओरियनटल ट्रेल के संस्थापक अमित सांकल्य ने प्रतिभागियों को सर्वे की रूपरेखा और पद्धति की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बेहतर समन्वय के लिए बर्ड वॉचरों को आठ समूहों में विभाजित किया गया है, जो नैनीताल वन प्रभाग के विभिन्न क्षेत्रों-हिमालयन बोटैनिकल गार्डन, नैना देवी हिमालयन बर्ड कंजर्वेशन रिजर्व, भवाली, महेशखान, विनायक, कुंजाखड़क, मुक्तेश्वर और चॉफी में सर्वेक्षण कर रहे हैं।
सर्वेक्षण दलों में हिमालयन बॉटनिकल गार्डन में 4, किलबरी में 6, विनायक में 6, कुंजाखड़क में 5, भवाली में 4, महेशखान में 5, मुक्तेश्वर में 2 और चॉफी क्षेत्र में 2 बर्ड वॉचर शामिल किए गए हैं। अभियान में वन क्षेत्राधिकारी आनन्द लाल, नितिन पंत, मनोज भगत, अभय जोशी, वन आरक्षी अरविंद कुमार, नितिन मुकेश व आनंद सिंह सहित विभिन्न वन क्षेत्रों के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रजनी रावत ने किया।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी