

पुणे, 18 दिसंबर (हि.स.)। झारखंड क्रिकेट के लिए गुरुवार का दिन ऐतिहासिक बन गया, जब ईशान किशन की कप्तानी में टीम ने पहली बार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT 2025) का खिताब जीत लिया। फाइनल मुकाबले में झारखंड ने हरियाणा को 69 रनों से हराकर अपने घरेलू क्रिकेट इतिहास का दूसरा बड़ा खिताब अपने नाम किया। इससे पहले झारखंड ने 2010-11 में विजय हजारे ट्रॉफी जीती थी।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी झारखंड की शुरुआत भले ही खराब रही और विराट सिंह जल्दी आउट हो गए, लेकिन इसके बाद कप्तान ईशान किशन ने मैच का रुख पूरी तरह बदल दिया। ईशान ने 49 गेंदों में 10 छक्कों और 6 चौकों की मदद से शानदार 101 रन बनाए। वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में शतक लगाने वाले पहले कप्तान बने। उनका साथ कुमार कुशाग्र ने बखूबी निभाया, जिन्होंने 38 गेंदों पर 81 रनों की विस्फोटक पारी खेली। निचले क्रम में अनुकूल रॉय (नाबाद 40) और रॉबिन मिंज (नाबाद 31) की बदौलत झारखंड ने 20 ओवर में 3 विकेट पर 262 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी हरियाणा की टीम शुरुआत से ही दबाव में नजर आई। कप्तान अंकित कुमार और आशीष सिवाच बिना खाता खोले आउट हो गए। यशवर्धन दलाल और निशांत सिंधु ने जरूर साझेदारी कर टीम को संभालने की कोशिश की, लेकिन बड़े लक्ष्य के सामने यह नाकाफी साबित हुआ। हरियाणा की पूरी टीम 18.3 ओवर में 193 रन पर सिमट गई।
झारखंड की ओर से सुशांत मिश्रा और बाल कृष्णा ने 3-3 विकेट झटके, जबकि विकाश सिंह और अनुकूल रॉय ने 2-2 विकेट हासिल किए। शानदार शतक के लिए ईशान किशन को फाइनल का प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, वहीं पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले अनुकूल रॉय को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का पुरस्कार मिला।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय