
नई दिल्ली, 02 दिसंबर (हि.स)। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) की बिक्री पेशकश (ओएफएस) गैर-खुदरा निवेशकों के लिए 54 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर मंगलवार को खुल गया। इस बैंक में सरकार न्यूनतम मूल्य पर अपनी छह फीसदी हिस्सेदारी बेचकर लगभग 2,492 करोड़ रुपये जुटाएगी।
शेयर बिक्री के विवरण-पत्र के मुताबिक बुधवार को खुदरा निवेशकों के लिए ओएफएस खुलेगा। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के बिक्री पेशकश के लिए न्यूनतम मूल्य 54 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया है। यह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर बैंक के शेयरों के सोमवार के बंद भाव 57.66 रुपये प्रति शेयर से 6.34 फीसदी कम है। सरकार के पास वर्तमान में पुणे स्थित इस बैंक में 79.60 फीसदी हिस्सेदारी है। आधार प्रस्ताव में 38,45,77,748 शेयर शामिल हैं, जो बैंक की चुकता शेयर पूंजी का पांच फीसदी है। इसके अतिरिक्त 7,69,15,549 शेयर यानी एक फीसदी हिस्सेदारी ‘ग्रीन-शू’ विकल्प के तहत उपलब्ध है। इससे इसका कुल आकार 46.14 करोड़ शेयर या छह फीसदी हिस्सेदारी बैठता है।
ओएफएस के बाद हिस्सेदारी को कम करने से बैंक 25 फीसदी की न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता मानदंड को पूरा करने में सक्षम हो जाएगा। सरकारी हिस्सेदारी 75 फीसदी से कम हो जाएगी। यह ओएफएस भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की ओर से जारी प्रतिभूति अनुबंध (विनियमन) नियमों के तहत है। इसके अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र सहित सभी सूचीबद्ध कंपनियों में न्यूनतम 25 फीसदी की सार्वजनिक शेयरधारिता होना अनिवार्य है।
इसके अलावा सरकार की चार अन्य बैंकों…इंडियन ओवरसीज बैंक (94.6 फीसदी), पंजाब एंड सिंध बैंक (93.9 फीसदी), यूको बैंक (91 फीसदी) और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (89.3 फीसदी)…में हिस्सेदारी न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता सीमा से अधिक है। पूंजी बाजार नियामक सेबी ने सीपीएसई और सार्वजनिक क्षेत्र के वित्तीय संस्थानों को इसके लिए अगस्त तक छूट दी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर