
नई दिल्ली, 02 दिसंबर (हि.स)। देश की अग्रणी खुदरा कंपनी रिलायंस रिटेल लिमिटेड (आरआरएल) ने आंतरिक पुनर्गठन की प्रक्रिया पूरी कर ली है। इसके तहत उसके उपभोक्ता कारोबार को नई इकाई न्यू रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (न्यू आरसीपीएल) में हस्तांतरित कर दिया गया है।
कंपनी ने शेयर बाजार को जानकारी में बताया कि न्यू आरसीपीएल अब रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की प्रत्यक्ष अनुषंगी कंपनी बन गई है।
यह योजना एक दिसंबर से प्रभावी हो गई है और इसमें उद्योगपति मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले समूह की 83.56 फीसदी हिस्सेदारी होगी। आरआरएल के मुताबिक यह योजना 1 दिसंबर, 2025 से प्रभावी हो गई है। योजना के तहत कंपनी की अनुषंगी कंपनी आरसीपीएल अब एक दिसंबर से अस्तित्व में नहीं है। आरआरवीएल में मूल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की 83.56 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि आरआरवीएल में अन्य निवेशकों की 16.44 फीसदी हिस्सेदारी है।
आरसीपीएल एफएमसीजी क्षेत्र में सबसे तेजी से बढ़ने वाली कंपनियों में से एक है। इसने वित्त वर्ष 2024-25 में अपनी स्थापना के बाद से केवल तीन वर्ष में 11,000 करोड़ रुपये का राजस्व पार कर लिया है। रिलायंस ने 2022 में एफएमसीजी बाजार में प्रवेश किया था। उसके बाद से इसने कैंपा कोला सहित कई ब्रांड का अधिग्रहण किया। इसके साथ कई नए ब्रांड पेश किए हैं। इसकी उपस्थिति कोला से लेकर साबुन, स्टेपल, डिशवॉशिंग लिक्विड, डिटर्जेंट और फ्लोर क्लीनर तक के एफएमसीजी खंड में है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर