
कोलकाता, 21 दिसंबर (हि.स.)। सुंदरबन दुनिया का सबसे सुंदर क्षेत्र है लेकिन इसके विकास, पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय लोगों को रोजगार देने में पश्चिम बंगाल सरकार अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पा रही है। यह आराेप केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने राज्य की ममता सरकार पर लगाए। शनिवार को वह वन्य जीव संरक्षण, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन से जुड़े मुद्दों पर आयाेजित बैठक में शामिल हाेने के लिए पश्चिम बंगाल के सुंदरवन पहुंचे थे। बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में सुंदरबन के विकास को लेकर राज्य सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए।
भूपेंद्र यादव ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार वन्य क्षेत्रों के विकास के लिए फंड दे रही है। उन्होंने विशेष रूप से सुंदरबन का जिक्र करते हुए कहा कि यह क्षेत्र न केवल प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, बल्कि यहां पर्यटन और रोजगार की अपार संभावनाएं हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सुंदरबन में बड़े पैमाने पर पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सकता है। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और वन्य जीव संरक्षण को भी मजबूती मिलेगी। लेकिन राज्य सरकार की ओर से इस दिशा में गंभीर प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
भूपेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि सुंदरबन क्षेत्र में विकास की बजाय अवैध कब्जे बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय सामाजिक तत्वों की ओर से लगातार अवैध कब्जा किया जा रहा है, जिससे पर्यावरण और वन्य जीवों को नुकसान पहुंच रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि पश्चिम बंगाल सरकार कदम उठाए या नहीं, लेकिन केंद्र सरकार सुंदरबन के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सुंदरबन को दुनिया के सबसे सुंदर और संरक्षित क्षेत्रों में शामिल करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।----------------------
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर