शांतिनिकेतन में ऐतिहासिक पौष मेले का भव्य शुभारंभ, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

23 Dec 2025 12:32:01
शांतिनिकेतन में पौष मेला का भव्य शुभारंभ


बोलपुर, 23 दिसंबर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में बीरभूम जिले के विश्व धरोहर शांतिनिकेतन में पारंपरिक पौष मेले का मंगलवार को भव्य शुभारंभ हुआ। शांतिनिकेतन के छातिमतला परिसर में रवीन्द्र संगीत, ब्रह्म उपासना और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मेले का विधिवत शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर विश्वभारती के कुलपति प्रो. प्रवीर कुमार घोष, निदेशक अमित हाजरा और प्रोफेसर सुमन भट्टाचार्य उपासना में शामिल हुए। आमंत्रित अतिथियों में बीरभूम के जिलाधिकारी धबल जैन और जिला परिषद की सभाधिपति काजल शेख भी उपस्थित रहे। विश्वभारती के शिक्षक, छात्र और आश्रमवासी बड़ी संख्या में इस आयोजन में शामिल हुए। यह मेला 28 दिसंबर तक चलेगा।

पौष मेले को लेकर बोलपुर और शांतिनिकेतन में पर्यटकों की भारी भीड़ देखी जा रही है। विश्वभारती सूत्रों के अनुसार, लगभग 1700 स्टॉलों के प्लॉट पहले ही बुक हो चुके हैं। अदालत के निर्देशों का पालन करते हुए प्रदूषण नियंत्रण और प्लास्टिक मुक्त मेले पर विशेष जोर दिया गया है।

विश्वभारती के निदेशक अमित हाजरा ने बताया कि स्टॉल बुकिंग को लेकर अच्छा रिस्पॉन्स मिला है और दमकल विभाग के लिए मैदान में अतिरिक्त जगह छोड़ी गई है। दर्शकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं।

मेले के छह दिनों तक मनोरंजन मंच पर पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों के कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। सुरक्षा और यातायात नियंत्रण को लेकर प्रशासन ने व्यापक कदम उठाए हैं।

बोलपुर के एसडीपीओ रिक्की अग्रवाल ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसडीपीओ और डीएसपी स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में करीब 2500 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इनमें महिला पुलिस, रैफ, सादे कपड़ों में पुलिस, एंटी-क्राइम टीम और विशेष रेस्क्यू टीम शामिल हैं। सुरक्षा निगरानी के लिए बोलपुर-शांतिनिकेतन क्षेत्र में पहले से लगे लगभग 200 स्थायी सीसीटीवी कैमरों के अलावा मेले के मैदान और प्रवेश द्वारों पर 300 अस्थायी कैमरे लगाए गए हैं। इसके साथ ही पांच हाई-टेक ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की जाएगी।

मेले में 36 पुलिस सहायता केंद्र, 10 वॉच टावर और 8 ड्रॉप गेट बनाए गए हैं। बच्चों की सुरक्षा के लिए ‘चाइल्ड फ्रेंडली कॉर्नर’ शुरू किया गया है। बच्चों के गुम होने की आशंका को कम करने के लिए उनके गले में अभिभावकों के फोन नंबर वाले कार्ड टांगने की व्यवस्था की गई है। बुजुर्गों और शारीरिक रूप से असमर्थ दर्शकों के लिए पुलिस टोटो सेवा और आपातकालीन एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय

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