एक ही परिवार को श्रेय देने की परम्परा से देश को बाहर निकाला: नरेन्द्र मोदी

25 Dec 2025 16:59:00
प्रधानमंत्री मोदी


-अटलजी की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र प्रेरणा स्थल का किया लोकार्पण- 65 एकड़ में बने प्रेरणा स्थल में श्यामा प्रसाद, दीनदयाल व अटल बिहारी की प्रतिमाएं हैं स्थापित

लखनऊ, 25 दिसंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने देश के विकास में योगान देने वाली महान विभूतियों का कद छोटा करने का कार्य किया। भाजपा की सरकार ने आंबेडकर, नरसिम्हा राव, प्रणब मुखर्जी, भगवान विरसा मुंडा से लेकर अटलजी तक के योगदान को समान रूप से सम्मान दिया और उनके योगदान को याद किया है। देश में दूसरों की लकीर छोटी कर एक ही परिवार को सारा श्रेय देने का प्रयास हुआ, भाजपा ने उसे भी बदला है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को यहां पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी महोत्सव के अवसर पर नवनिर्मित राष्ट्र प्रेरणा स्थल का लोकार्पण करने के बाद एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिसमस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज लखनऊ की यह धरती नयी प्रेरणा का साक्षी बन रही है। 25 दिसंबर का यह दिन दो महान विभूतियों के जन्म का सुयोग लेकर आता है। अटलजी और महामना मदन मोहन मालवीयजी की जयंती है। आज के ही दिन महाराजा बिजली पासी की भी जन्म जयंती है। महाराजा बिजली पासी ने जो विरासत छोड़ी, उसे हमारे पासी समाज ने आगे बढ़ाया। यह संयोग ही था कि अटलजी ने ही वर्ष 2000 में महाराजा बिजली पासी के नाम पर डाक टिकट जारी किया। इन महान विभूतियों काे नमन करता हूं।

नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह राष्ट्र प्रेरणा स्थल उस सोच का प्रतीक है जिसने भारत को आत्म सम्मान और एकता का मार्ग दिखाया। मुखर्जी, उपाध्याय और अटलजी की यह प्रतिमाएं जितनी ऊंची हैं, उससे अधिक ऊंची उनके विचार हैं। अटलजी कविता कदम मिलाकर…पढ़ते हुए माेदी ने कहा कि यह राष्ट्र प्रेरणा स्थल हमे संदेश देता है कि हमारा हर कदम राष्ट्र के लिए है। सबका प्रयास ही विकसित भारत के संकल्प का सिद्ध करेगा। इस भूमि पर पिछले कई दशकों से कूड़ा जमा था। प्रेरणा स्थल के निर्माण में लगे श्रमिकों और योगीजी की टीम को शुभकामनाएं देता हूं।

माेदी ने कहा कि डॉ. मुखर्जी ही थे, जिन्होंने भारत के दो प्रधान दो विधान को खारिज किया था। भाजपा सरकार को आर्टिकल 370 को गिराने का अवसर मिला। स्वतंत्र भारत के पहले उद्योग मंत्री के रूप में देश को पहली औद्योगिक नीति दी। आज आत्मनिर्भरता के उसी मंत्र को हम बुलंदी दे रहे हैं। आज भारत में निर्मित सामान पूरी दुनिया में पहुंच रहा है। यूपी में एक जनपद एक उत्पाद सफलता से आगे बढ़ रहा है। दूसरी ओर डिफेंस कॉरिडोर बन रहा है। दुनिया ने ब्रह्मोस को देखा। वह दिन दूर नहीं जब यूपी डिफेंस उत्पादक के रूप में देखा जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दीनदयालजी ने एकात्म मानव वाद का दर्शन दिया। जहां शरीर, मन, बुद्धि, सबका विकास हो। हर जरूरतमंद को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के दायरे में लाने का प्रयास हो। यही सुशासन है। यह सच्चा सेक्युलरिज्म है। आज भारत में पहली बार बिना भेद भाव पक्का घर, बिजली, शौचालय, मुफ्त इलाज और अनाज मिल रहा है। पंडित दीनदयाल के विचारों क साथ न्याय हो रहा है। देश ने गरीबी को हराया है। यह इसलिए संभव हो सका क्योंकि भाजपा सरकार ने अंतिम व्यक्ति को प्राथमिकता दी।

मोदी ने कहा कि 2014 से पहले 25 करोड़ लोग ऐसे थे जो सरकार की सामाजिक सुरक्षा के दायरे में थे। आज 95 करोड़ उस दायरे में है। उप्र में भी बड़ी संख्या में लोगों को इसका लाभ मिला है। बैंक खाते कम ही लोगों के पास थे। बीमा भी नहीं मिल पाता था। बीमा के लिए योजनाएं बनाई गयीं। पहले यही गरीब लोग बीमा के बारे में सोच भी नहीं सकते थे। इन्हीं योजनाओं के जरिय हमारे गरीब परिवारों को लगभग 25 हजार करोड़ रुपये का लाभ मिला है।

माेदी ने कहा कि अटलजी ने सही मायने में सुशासन को जमीन पर उतारा। डिजिटल कार्य को आगे बढ़ाने के लिए अटलजी की सरकार में ही नींव रखी गयी थी। अटल सरकार की टेलीकॉम नीति की वजह से घर-घर में मोबाइल और इंटरनेट पहुंचा। आज अटलजी जहां भी होंगे, प्रसन्न होंगे, आज भारत मोबाइल निर्माता बन गया है। भारत में यूपी सबसे आगे है। प्रधानमंत्री मोदी ने अटल सरकार की सड़कों को लेकर हुए प्रयास का भी जिक्र किया।

कांग्रेस पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें यह नहीं भूलना है कि भारत के प्रत्येक उपलब्धि को एक ही परिवार से जोड़ने की प्रवृत्ति पनपी। एक ही परिवार का नाम, उनकी ही प्रतिमाएं लगाई गयीं, योजनाएं चलाई गयीं। भाजपा ने इस प्रवृत्ति से भी देश को बाहर निकाला है। हमारी सरकार हर किसी के योगदान को सम्मान दे रही है। आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस के योगदान को याद किया जा रहा है। भाजपा ने आंबेडकर के पंचतीर्थ को विकसित किया। कांग्रेस ने सरदार पटेल के कद को छोटा करने का प्रयास किया गया। आज उनकी भव्य प्रतिमा स्थापित की गयी। उनके योगदान का याद किया जा रहा है। भगवान विरसा मुंडा के नाम पर स्मारक बना है। उप्र में ही महाराजा सुहेलदेव से लेकर निषाद राज तक का स्मारक बना है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि परिवारवाद के लोग असुरक्षा के शिकार होते हैं। इन्हें दूसरों की लकीर छोटी करने की आदत रही है। दिल्ली के म्यूजियम में अनेक प्रधानमंत्रियों को नजरअंदाज किया गया। भाजपा सरकार ने उसे भी बदला है। प्रधानमंत्री का कार्यकाल कितना भी छोटा रहा हो, उन्हें प्रधानमंत्री संग्रहालय में बराबर का सम्मान दिया गया है। नरसिम्हा राव और प्रणब दादा को भारत रत्न से नवाजा गया। तरुण गोगोई और मुलायम सिंह समेत अन्य नेताओं को भाजपा सरकार में सम्मान मिला।

मोदी ने कहा कि मुझे गर्व है कि मै उप्र से सांसद हूं। आज उप्र के मेहनतकश लोग विकास की नयी गाथा लिख रहे हैं। कभी यूपी खराब कानून व्यवस्था के लिए जाना जाता था। आज अयोध्या, काशी समेत अन्य स्थानों को विकसित करते हुए विकास की नई गाथा लिख रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने तीनों महान विभूतियों के नाम के जयकारे लगवाकर अपने भाषण का समापन किया। इस अवसर पर रक्षा मंत्री व लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री व यूपी भाजपा अध्यक्ष पंकज चौधरी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक समेत उप्र सरकार के अन्य मंत्री व नेता मौजूद रहे।

ऐसा है राष्ट्र प्रेरणा स्थलप्रदेश की राजधानी लखनऊ की बसंत कुंज योजना के सेक्टर-जे में 65 एकड़ में विकसित राष्ट्र प्रेरणा स्थल में डॉ. श्याम प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीन दयाल उपाध्याय और अटलजी की विशालकाय कांस्य प्रतिमाएं स्थापित की गयी हैं। सभी प्रतिमाएं 65 फुट ऊंची हैं। राष्ट्र प्रेरणा स्थल लखनऊ में गोमती नदी के किनारे हरदोई मार्ग पर बनाया गया है। यहां पर कैफेटेरिया, ध्यान केन्द्र, रैली के लिए मैदान और सभागार जैसी सुविधाएं हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने इन महान विभूतियों के जीवन पर आधारित म्यूजियम का भी लोकार्पण किया। कमल के आकार के बने इस म्यूजियम का प्रधानमंत्री मोदी समेत अन्य नेताओं ने अवलोकन किया। भारत माता की प्रतिमा को स्थान दिया गया है। यहां आने वाले को भारत के 100 वर्ष की यात्रा की झलक दिख जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप शुक्ला

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