
नई दिल्ली, 27 दिसंबर (हि.स.)। घरेलू शेयर बाजार के लिए साल 2025 लगातार उतार-चढ़ाव वाला साल बना रहा है। इस साल स्मॉलकैप और मिडकैप सेगमेंट के शेयरों में जबरदस्त उतार-चढ़ाव होता रहा। बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने इस साल मजबूती का नया रिकॉर्ड भी बनाया। इसके बावजूद ब्रॉडर मार्केट में कुछ शेयर ऐसे भी रहे, जिन्होंने अपने निवेशकों को तगड़ा झटका भी दिया। आईए जानते हैं ब्रॉडर मार्केट में इस साल के टॉप 5 लूजर्स के बारे में।
साल 2025 के दौरान निफ्टी 500 में शामिल शेयरों में आदित्य बिरला फैशन एंड रिटेल ने अपने निवेशकों को जोरदार चपत लगाई। जनवरी से दिसंबर की अवधि में इस कंपनी के शेयर ने अपने निवेशकों को 72 प्रतिशत से अधिक का चूना लगा दिया। इस साल मई महीने में कंपनी का डिमर्जर हुआ था, जिसके तहत इसको दो अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों में बांट दिया गया था। डिमर्जर के तहत ये कंपनी आदित्य बिरला लाइफस्टाइल ब्रांड्स लिमिटेड (एबीएलबीएल) और आदित्य बिरला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड (एबीएफआरएल) के रूप में बंट गई। डिमर्जर के बाद कंपनी के शेयर होल्डर्स को आदित्य बिरला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड के प्रत्येक शेयर के बदले समान मात्रा में आदित्य बिरला लाइफस्टाइल ब्रांड्स लिमिटेड का शेयर दिया गया। हालांकि शेयर बाजार को कंपनी का डिमर्जर रास नहीं आया, जिसके कारण निवेशकों का नुकसान बढ़ता चला गया।
निवेशकों को जबरदस्त नुकसान पहुंचाने वाली कंपनियों की सूची में दूसरा नाम टाटा ग्रुप की कंपनी तेजस नेटवर्क्स का है। पिछले 12 महीने की अवधि में इस कंपनी के शेयर 63 प्रतिशत से ज्यादा लुढ़क चुके हैं। पिछले एक महीने की बात करें, तो इस अवधि में इस शेयर के मूल्य में 6.60 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं पिछले 6 महीने की अवधि में कंपनी के शेयर 35 प्रतिशत टूट चुके हैं।
शेयर बाजार में अपने निवेशकों को नुकसान पहुंचाने वाली कंपनियों में तीसरा नाम ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का है। ये कंपनी साल 2025 में अलग-अलग वजहों से लगातार सुर्खियों में रही। हालांकि इसकी ज्यादातर खबरें निगेटिव बनी रहीं। खासकर, कंपनी के प्रमोटर्स द्वारा शेयर बेचने की खबरे ने भी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयरों पर नकारात्मक असर डाला। इस साल कंपनी के शेयर 62 प्रतिशत से अधिक लुढ़क चुके हैं।
इसी तरह एसकेएफ इंडिया ने भी अपने निवेशकों को साल 2025 के दौरान जोरदार झटका दिया। इस साल कंपनी के शेयर के भाव में 60 प्रतिशत की गिरावट आ गई। पिछले 6 महीने की बात करें तो इस अवधि में कंपनी के शेयर 20 प्रतिशत से अधिक फिसल चुके हैं।
स्वीडन की मल्टीनेशनल कंपनी एसकेएफ ग्रुप की भारतीय इकाई एसकेएफ इंडिया घरेलू बाजार में एयरोस्पेस, आटोमोटिव, एनर्जी, एग्रीकल्चर और रेलवे जैसे सेक्टर को बेयरिंग्स और लुब्रिकेशन सिस्टम मुहैया कराती है।
साल की पांचवी टॉप लूजर कंपनी के रूप में प्राज इंडस्ट्रीज ने अपना नाम दर्ज कराया है। पिछले एक साल की अवधि में इस कंपनी के निवेशकों को शेयर मूल्य के आधार पर 59 प्रतिशत का नुकसान हो चुका है। पिछले 6 महीने की बात करें तो इस अवधि में कंपनी के शेयर मूल्य में 33 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक