


लखनऊ/अयोध्या/वाराणसी, 29 दिसंबर (हि.स.)। अपने आराध्य देव के दर्शन और आशीर्वाद लेकर नए साल का स्वागत करने के लिए उत्तर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों अयोध्या में श्री राम मंदिर, काशी में बाबा विश्वनाथ धाम और मथुरा में बांके बिहारी जी के दर्शन के लिए भारी सख्या में लोग पहुंच रहे हैं। लाखों लोगों के पहुंचने से नए साल के पहले ही लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई हैं और इस भयंकर शीत लहर के बावजूद भक्तों का उत्साह कम नहीं है। ऐसे में व्यवस्था बनाए रखने के लिए न केवल मंदिर प्रशासन बल्कि स्थानीय प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है।
नव वर्ष के अवसर पर अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मंदिर और काशी के विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण यहां दर्शनार्थियों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। नव वर्ष आने में अभी तीन दिन शेष हैं, लेकिन नए साल के स्वागत में काशी, मथुरा और अयोध्या का कोना- कोना उत्साह व उमंग से लबरेज दिख रहा है। नए साल के पहले दिन काशी विश्वनाथ मंदिर, श्री राम मंदिर, ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर, बरसाना के राधारानी मंदिर समेत कई बड़े मंदिरों में भगवान के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की बड़ी मनौती है और इसलिए वे एक—दो दिन पहले ही अपने भगवान के दरबार में पहुंचना चाहते हैं।
श्री राम मंदिर अयोध्या
देश दुनिया में इस समय सबसे अधिक दर्शनार्थी अयोध्या में रामजन्मभूमि पर निर्मित हुए करोड़ों सनातनियों के स्वाभिमान के प्रतीक राम मंदिर में आ रहे हैं। यहां हालात यह है कि आज सोमवार को ही दिन भर श्री रामजन्मभूमि परिसर श्रद्धालुओं से भरा रहा। भक्तों में रामलला के दर्शन-पूजन की होड़ देखी गई। नववर्ष के आगमन और छुट्टियों के चलते प्रतिदिन डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। हालत यह है कि यहां विशिष्ट दर्शन के लिए 2 जनवरी तक के ऑफलाइन पास और 10 जनवरी तक के ऑनलाइन दर्शन व आरती पास पहले ही समाप्त हो चुके हैं।
25 दिसंबर के अवकाश से पहले दर्शनार्थियों की संख्या प्रतिदिन डेढ़ लाख तक पहुंच गई है, जबकि कुछ दिनों पूर्व तक सप्ताहांत में एक लाख दर्शनार्थी आ रहे थे। परंतु जैसे ही इस वर्ष का अंतिम सप्ताह आया तो श्रद्धालुओं की संख्या में बढने लगी। अयोध्या नगरी में भीषण ठंड व गलन के बीच भी श्रीराम मंदिर में प्रतिदिन बड़ी संख्या में दर्शनार्थी पहुंच रहे हैं।
इस समय अयाेध्या में प्रतिष्ठा द्वादशी के आयोजन हो रहे हैं। हालांकि इन आयोजनों के बीच भी दर्शन सुचारु रूप से रखा जाएगा। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि 23 दिसंबर से ही राम मंदिर में दर्शनार्थी बढ़ गए थे। बीते तीन-चार दिनों में लगभग साढ़े चार लाख भक्तों ने रामलला का दर्शन किया है। 23 दिसंबर को एक लाख 31 हजार 973, 24 दिसंबर को एक लाख 34 हजार 870 और 25 दिसंबरको एक लाख 35 हजार 87 भक्त पहुंचे हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर
काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने नववर्ष पर उमड़ने वाली संभावित लाखों की भीड़ को देखते हुए मंदिर में स्पर्श दर्शन पर 3 जनवरी 2026 तक के लिए रोक लगा दी है। मंदिर प्रशासन का कहना है कि भीड़ कम होने के बाद ही आगे का निर्णय लिया जाएगा। इसके साथ ही सभी तरीके के प्रोटोकॉल भी बंद कर दिए गए हैं। मंदिर प्रशासन ने विशिष्ट और अति विशिष्ट लोगों से अनुरोध किया है कि वो वर्तमान कि संख्या को देखते हुए कोई अनुरोध मंदिर प्रशासन को न भेजें। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी के अनुसार श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का उत्तरोत्तर आगमन हो रहा है।
देश के विभिन्न राज्यों से भक्त बड़ी संख्या में भगवान विश्वेश्वर के दर्शन के लिए काशी पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिर न्यास के कार्मिक पूरी निष्ठा और तत्परता से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। मंदिर न्यास के कार्मिक यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रत्येक श्रद्धालु सुचारु रूप से भगवान विश्वेश्वर के दर्शन कर सके। दर्शन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित रखने के लिए प्रवेश, निकास, पंक्ति व्यवस्था तथा दिशा-निर्देशों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। श्रद्धालुओं को दर्शन में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
मां विंध्यवासिनी में भी भक्तों की भीड़
मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी मंदिर भक्तों की भारी भीड़ भोर से ही उमड़ रही है। यहां आज सुबह से ही श्रद्धालु लाइनों में लगकर दर्शन पूजन कर रहे हैं। नए साल में भीड़ को देखते हुए विंध्य पंडा समाज और जिला प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है। भक्तों का उत्साह को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने यातायात की खास व्यवस्था बनाई है। इसमें बड़े वाहनों के प्रवेश से लेकर यातायात डायवर्सन तक शामिल है।
वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर
देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग नए साल के अवसर पर मथुरा और वृंदावन पहुंच रहे हैं। अब तक लाखों लोग आ चुके हैं जबकि आने का सिलसिला आने वाले दिनों में और बढने वाला है। यहां राधारानी, गिरिराज जी, गोकुल, प्रेम मंदिर और इस्कॉन मंदिर में भी भक्तों की भारी भीड़ दर्शन-पूजन को पहुंच रही है। बरसाना के राधारानी मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है। यहां मंदिर से लेकर बड़ी सिंह पौर तक श्रद्धालुओं की संख्या इतनी अधिक है कि पैर रखने की भी जगह नहीं बची। मंदिर के नीचे सफेद छतरी से लेकर दादी बाबा मंदिर तक श्रद्धालुओं से सीढ़ियां भर गईं।भक्तों की सुरक्षा के लिए पुलिस ने काफी इंतजाम किए हैं।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / शिव सिंह