
बरेली, 3 दिसंबर (हि.स.)। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी के हालिया बयान पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ़्ती शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ़्ती शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने बुधवार को कहा कि मौलाना मदनी बार-बार जिहाद की बातकर समाज को बांटने और देश की एकता को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। मौलाना रज़वी ने पूछा कि आखिर मौलाना मदनी भारत में किस तरह का जिहाद करना चाहते हैं? उनके बयानों से हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को नुकसान पहुंच रहा है और साम्प्रदायिक तनाव बढ़ने का खतरा है। ऐसे हालात में सबसे बड़ा नुकसान मुसलमानों को ही झेलना पड़ेगा।
रज़वी बरेलवी ने कहा कि भारत में न जिहाद जायज़ है और न ही हिजरत। आला हज़रात इमाम अहमद रज़ा ख़ां बरेलवी ने भी भारत को दरुस्सलाम यानी सलामती वाला देश बताया है। भारत एक आज़ाद मुल्क है, जहां मुसलमान नमाज, रोजा, मस्जिद, मदरसा व दरगाह सहित सभी धार्मिक कार्य स्वतंत्र रूप से कर रहे हैं। यहां किसी तरह की धार्मिक पाबंदी नहीं है।
मौलाना रज़वी ने मौलाना मदनी के उस बयान की भी आलोचना की, जिसमें उन्होंने स्कूलों में ‘जिहाद’ पढ़ाए जाने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि इससे नई पीढ़ी भटक जाएगी और देश में मतभेद व अराजकता बढ़ेगी। भारत में अमन-शांति का माहौल है, लेकिन मौलाना मदनी कट्टरपंथी विचारधारा को बढ़ावा देकर इसे बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / देश दीपक गंगवार