
नई दिल्ली, 03 दिसंबर (हि.स)। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को नई दिल्ली में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के इंडियाएज 2025 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नवाचार, गुणवत्ता, डिजाइन, स्थिरता और दक्षता के महत्व पर जोर दिया, जो भारत की विनिर्माण प्रतिस्पर्धा के प्रमुख चालक हैं।
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अपने संबोधन में उन क्षेत्र की पहचान करने की जरूरत पर जोर दिया, जहां घरेलू क्षमता और आपूर्ति श्रृंखला पर ज्यादा नियंत्रण जरूरी है। उन्होंने आगे कहा कि विनिर्माण उत्पादन बढ़ाने के लिए उद्योग का साथ मिलना बहुत जरूरी है कहा कि विनिर्माण में विकास से सेवाओं में विकास और तेज होगी। गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार देश की आर्थिक तरक्की में मदद करने के लिए एक साफ विजन के साथ काम कर रही है। उन्होंने खेती, सर्विस और उत्पादन में हाल के विकास के रुझान का जिक्र किया। वाणिज्य मंत्री ने कहा कि देश का विनिर्माण आउटपुट इलेक्ट्रॉनिक्स, व्हाइट गुड्स, केमिकल्स और पेट्रोकेमिकल्स जैसे नए एरिया में विविधता हुआ है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने कारोबार बढ़ाने के लिए उत्पादन में तेजी लाने पर सेशन को संबोधित करते हुए कहा कि आजकल नवाचार पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है, जिससे हम कई उत्पाद श्रेणी में आत्मनिर्भर बन सकेंगे। उन्होंने कहा कि ज्यादा मजबूती बनाने के लिए हमें सप्लाई चेन को अपने नियंत्रण में लेना होगा। गोयल ने कहा कि हमने कृषि, सेवाएं और विनिर्माण में तेज ग्रोथ देखी है, हम लगभग हर क्षेत्र में आगे बढ़े हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर