एडमैक सिस्टम्स की स्टॉक मार्केट में कमजोर एंट्री, अपर सर्किट के बावजूद घाटे मेें आईपीओ निवेशक

31 Dec 2025 12:11:53
प्रतीकात्मक


नई दिल्ली, 31 दिसंबर (हि.स.)। मशीनरी और ऑटोमेशन सिस्टम की डिजाइनिंग और मैन्युफैक्चरिंग का काम करने वाली कंपनी एडमैक सिस्टम्स के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में जबरदस्त गिरावट के साथ एंट्री कर अपने आईपीओ निवेशकों को निराश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 239 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग 20 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ 191.20 रुपये के स्तर पर हुई। कमजोर लिस्टिंग के बाद हुई लिवाली के कारण कंपनी के शेयरों के भाव तेजी आ गई, जिससे थोड़ी देर में ही ये शेयर 200.75 रुपये के अपर सर्किट लेवल पर आ गए। हालांकि अपर सर्किट लगने के बावजूद कंपनी के आईपीओ निवेशकों को पहले दिन ही 16 प्रतिशत का नुकसान हो गया।

एडमैक सिस्टम्स का 42.60 करोड़ रुपये का आईपीओ 23 से 26 दिसंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से सामान्य रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 4.13 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 1.55 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 7.40 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 3.77 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 17,82,600 नए शेयर जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी नई मशीनरी खरीदने, कैपिटल एक्सपेंडिचर की जरूरतों को पूरा करने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास जमा कराए गए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 10 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 3.35 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 6.10 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। मौजूदा वित्त वर्ष की बात करें, 2025-26 की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के दौरान कंपनी को 3.02 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हो चुका है।

इस दौरान कंपनी की आय 170 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 53.52 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई। वहीं मौजूदा वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के दौरान कंपनी को 23.06 करोड़ रुपये की आय हो चुकी है। इस दौरान कंपनी पर कर्ज के बोझ में उतार चढ़ाव होता रहा। 2025-26 की पहली तिमाही के अंत में कंपनी पर 10.15 करोड़ रुपये का कर्ज था।

इस अवधि में कंपनी के रिजर्व और सरप्लस की बात करें, तो वित्त वर्ष 2022-23 के आखिरी में ये 1.13 करोड़ रुपये के स्तर पर था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिरी में बढ़ कर 3.73 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 के आखिरी में उछल कर 17.04 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। वहीं 2025-26 की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के अंत में कंपनी का रिजर्व और सरप्लस 20.05 करोड़ रुपये के स्तर तक पहुंच गया था।

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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक

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