-तेजस्वी ने कहा- बिहार में अपराध और भ्रष्टाचार बढ़ने के लिए राजग के सभी नेता दोषी
पटना, 17 अप्रैल (हि.स.)। राजधानी पटना में विधानसभा की रणनीति को अमलीजामा पहनाने के लिए बिहार महागठबंधन में शामिल घटक दलों की पहली बैठक गुरुवार शाम हो गई। करीब तीन घंटे चली इस बैठक में में न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाने और घटक दलों की एकजुटता मजबूत करने को लेकर सहमति बनी।
महागठबंधन की बैठक राजद कार्यालय में दोपहर 2.15 बजे शुरू हुई। शाम करीब पांच बजे तक चली इस बैठक में तेजस्वी यादव ने सबसे आखिर में अपनी बात रखी। इसमें न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाने, घटक दलों की एकजुटता मजबूत करने को लेकर सहमति बनी। सबसे पहले वीआईपी, वाम दलों और कांग्रेस ने अपनी बातें रखीं। फिर आखिर में राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपने प्रस्ताव रखे।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में अपराध और भ्रष्टाचार बढ़ने के लिए राजग के सभी नेता दोषी हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास गृह विभाग है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनसे कोई सवाल नहीं पूछते हैं। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि मोदी ने बिहार को ठगने का काम किया। बिहार ने इतने सांसद दिए, फिर भी कुछ नहीं किया गया।
महागठबंधन की बैठक में सभी घटक दलों के नेताओं ने बिहार के मुद्दों पर बात की। इसमें महिला, युवा, बुजुर्गों, पलायन, गरीबी, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में कानून व्यवस्था खराब है। पुलिस की पिटाई हो रही है, महिलाओं से बर्बरता हो रही है। बिहार में कानून नाम की कोई चीज नहीं रह गई है।
महागठबंधन की बैठक में राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह शामिल नहीं हुए। इसे लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। राजद कार्यालय में हो रही इस बैठक से जो तस्वीरें आईं, उसमें राजद की ओर से तेजस्वी यादव, संजय यादव, आलोक मेहता समेत अन्य नेता दिखे। मगर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नहीं मौजूद रहे। महागठबंधन की बैठक में कांग्रेस की ओर से प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरु और पार्टी के विधानमंडल दल के नेता शकील अहमद खान शामिल हुए।
महागठबंधन की बैठक पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय का तंज-
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने महागठबंधन की बैठक पर कहा कि तेजस्वी यादव और कांग्रेस में टकराहट है। राज्य की जनता ने राजग को स्वीकार किया है। उन्होंने दावा किया कि आगे भी नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री होंगे।
पशुपति पारस महागठबंधन की बैठक में नहीं
हुए शामिल-
रालोजपा के प्रमुख पशुपति पारस महागठबंधन की पटना में हो रही बैठक में शामिल नहीं हुए। दो दिन पहले ही उन्होंने राजग छोड़ने का फैसला लिया था। उनके महागठबंधन में जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि वे फिलहाल इस बैठक में नहीं आए।
हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मंत्री संतोष कुमार सुमन ने महागठबंधन की बैठक को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर गुरुवार को लिखा है कि झूठ–फरेब और खोखले दावों के साथ बिहार की जनता को कैसे बरगलाया जाए, इस पर चर्चा होने वाली है। राजद के लोगों को मेरी नेक सलाह होगी कि अपने सहयोगी दलों से इस बात पर सहमति बनवा लें कि तेजस्वी यादव आगामी विधानसभा चुनाव के बाद सदन में विरोधी दल के नेता होंगे। वैसे भी चुनाव के बाद राजद को अकेले उतनी सीटों पर जीत मिलने वाली नहीं कि तेजस्वी विपक्ष के नेता बन जाएं।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी