नई दिल्ली, 30 अप्रैल (हि.स.)। मिशन ओलंपिक सेल (एमओसी) ने बुधवार को अपनी 155वीं बैठक में कंपाउंड तीरंदाजी को लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) के कोर समूह में शामिल करते हुए सात भारतीय कंपाउंड तीरंदाजों को सीधे इस समूह में जगह दी है। यह फैसला अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक में कंपाउंड तीरंदाजी को आधिकारिक रूप से शामिल किए जाने के बाद लिया गया।
टॉप्स कोर समूह में शामिल किए गए तीरंदाजों में ओजस प्रविण देवताले, ज्योति सुरेखा वेन्नम, अदिति गोपिचंद स्वामी, अभिषेक वर्मा, पर्णीत कौर, प्रियांश और प्रथमेश समधान जवकर शामिल हैं। यह पहला मौका है जब 1972 में तीरंदाजी की ओलंपिक में पुनः वापसी के बाद किसी नए बाउ स्टाइल को प्रतियोगिता में शामिल किया गया है।
फ्लोरिडा में आयोजित हाल ही के आर्चरी वर्ल्ड कप में भारतीय कंपाउंड तीरंदाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। ज्योति सुरेखा वेन्नम ने तीन स्वर्ण पदक जीते, जिनमें महिला टीम स्वर्ण (अदिति स्वामी और पर्णीत कौर के साथ), मिश्रित टीम स्वर्ण (अभिषेक वर्मा के साथ) और व्यक्तिगत स्वर्ण शामिल हैं। पुरुष वर्ग में अभिषेक वर्मा, प्रियांश और प्रथमेश की टीम ने स्वर्ण जीता, जबकि प्रियांश को व्यक्तिगत रजत मिला।
इन खिलाड़ियों को टॉप्स कोर में शामिल करने के लिए न्यूनतम औसत स्कोर (पुरुषों के लिए 9.77+ और महिलाओं के लिए 9.67+) तथा विश्व चैंपियनशिप, एशियन गेम्स जैसी प्रमुख प्रतियोगिताओं में पदक विजेता होना अनिवार्य था।
एमओसी ने टॉप्स, टीम और टैग योजनाओं के तहत कुल 56 प्रस्तावों को स्वीकृति दी, जिनकी कुल लागत 4.37 करोड़ रुपये है।
लॉन्ग जम्पर शाइली सिंह को यूएई ग्रां प्री और एथलेटिक्स वुमन गाला के लिए वित्तीय सहायता मिली। मुक्केबाज निखत जरीन को ताशकंद में 17 दिवसीय ट्रेनिंग के लिए मदद मिली।
मनीषा बत्रा, श्रीजा अकुला (टेबल टेनिस), फवाद मिर्जा (अश्वारोहण), माया राजेश्वरन (टेनिस), भवानी देवी (फेंसिंग), हर्षिता जाखड़ (साइक्लिंग) और पैरालंपिक पदक विजेता निशाद कुमार व सुमित अंतिल के प्रस्तावों को भी एमओसी ने हरी झंडी दी।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय