गुरुग्राम, 30 अप्रैल (हि.स.)। गुरुग्राम विश्वविद्यालय में आयोजित पहले ग्लोबल इंडियन प्रवासी कबड्डी लीग (जीआईपीकेएल) का समापन मंगलवार को शानदार उत्साह और प्रतिस्पर्धा के बीच हुआ, जिसमें मराठी वल्चर ने पुरुष वर्ग में और तमिल लायनेस ने महिला वर्ग में जीत का परचम लहराया।
महिला वर्ग के फाइनल में तमिल लायनेस ने तेलुगु चीता को 31-19 के बड़े अंतर से पराजित कर न केवल खिताब जीता, बल्कि पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन के लिए जीआईपीकेएल चैंपियनशिप ट्रॉफी भी अपने नाम की। तमिल लायनेस की डिफेंस ने 14 टैकल पॉइंट्स और 4 ऑल-आउट पॉइंट्स के साथ विपक्षी टीम को लगातार दबाव में रखा। वहीं, तेलुगु चीता ने 3 सुपर टैकल किए, लेकिन वापसी नहीं कर पाई।
पुरुष वर्ग के फाइनल में मराठी वल्चर और तमिल लायन्स के बीच मुकाबला बेहद रोमांचक रहा, जिसमें मराठी वल्चर ने 40-30 से जीत दर्ज की। कप्तान सुनील नरवाल ने 17 टैकल पॉइंट्स और 4 ऑल-आउट के साथ टीम को निर्णायक बढ़त दिलाई, जबकि तमिल लायन्स की टीम 21 रेड पॉइंट्स लेने के बावजूद पीछे रह गई।
13 दिन चले इस अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारत सहित कई देशों के खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिससे कबड्डी के बढ़ते वैश्विक प्रभाव को बल मिला। इस आयोजन ने प्रवासी भारतीयों और भारतीय खेल संस्कृति के बीच एक नया सेतु बनाने का कार्य किया।
फाइनल मुकाबलों के अवसर पर केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और विजेता टीमों को ट्रॉफी प्रदान की। उन्होंने खिलाड़ियों के जुझारू प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि कबड्डी जैसे पारंपरिक खेलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में यह आयोजन मील का पत्थर साबित होगा।
इस अवसर पर हरियाणा सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव डी. सुरेश (आईएएस) और होलिस्टिक इंटरनेशनल प्रवासी स्पोर्ट्स एसोसिएशन (एचआईपीएसए) की अध्यक्ष कांति डी. सुरेश ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कर आयोजन की गरिमा को बढ़ाया।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय