कीव, 12 मई (हि.स.)। रूस और यूक्रेन के बीच जारी तीन साल से अधिक लंबे युद्ध के बीच क्रेमलिन ने बिना शर्त संघर्षविराम (सीजफायर) प्रस्ताव को ठुकरा दिया, लेकिन इसी के साथ इस सप्ताह संभावित शांति वार्ता में शामिल होने की इच्छा भी जताई है। इस घोषणा के कुछ ही घंटों बाद रूसी सेना ने यूक्रेन पर 100 से अधिक 'शहीद' और डिकोय ड्रोन से रातभर हमले किए। यह जानकारी यूक्रेनी वायुसेना ने सोमवार को दी।
हालांकि यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की द्वारा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को गुरुवार को तुर्की में आमने-सामने बातचीत के लिए दी गई चुनौती पर अब तक क्रेमलिन की ओर से सीधा जवाब नहीं आया है।
रूसी प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने सोमवार को कहा, “हम एक दीर्घकालिक शांतिपूर्ण समाधान की गंभीरता से तलाश कर रहे हैं। बस यही कहना है।” जब उनसे पूछा गया कि रूसी पक्ष से इस्तांबुल कौन जाएगा, तो उन्होंने स्पष्ट जानकारी देने से इनकार कर दिया।
अमेरिका और यूरोपीय देशों ने हाल के दिनों में युद्ध रोकने के लिए तेज कूटनीतिक प्रयास किए हैं। इस युद्ध में अब तक दोनों देशों के दसियों हजार सैनिक और 10,000 से अधिक यूक्रेनी नागरिक मारे जा चुके हैं। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप में यह सबसे बड़ा सैन्य संघर्ष है, जिसमें रूस ने यूक्रेन के लगभग 20 प्रतिशत भूभाग पर कब्जा कर रखा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को वॉशिंगटन में कहा कि उन्हें इस्तांबुल में होने वाली वार्ता को लेकर सकारात्मक उम्मीद है। उन्होंने यह भी बताया कि वह उस दिन कतर और यूएई यात्रा के दौरान “वार्ता में शामिल होने के लिए उड़ान भरने पर विचार कर रहे हैं।”
इससे पहले सप्ताहांत में रूस ने अमेरिका और यूरोपीय नेताओं द्वारा प्रस्तुत संघर्षविराम प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया था, लेकिन गुरुवार को इस्तांबुल में प्रत्यक्ष वार्ता के लिए सहमति जताई। वहीं यूक्रेन और उसके सहयोगी चाहते थे कि वार्ता से पहले रूस सोमवार से संघर्षविराम लागू करे, जिसे मॉस्को ने अस्वीकार कर दिया।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय