देर अल-बलाह (गाजा), 18 मई (हि.स.)। मध्य पूर्व में संघर्ष एक बार फिर भयावह रूप लेता दिख रहा है। इजराइल ने गाजा पट्टी में विस्तृत जमीनी सैन्य अभियान शुरू कर दिया है, जो मार्च में युद्धविराम टूटने के बाद से अब तक की सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई मानी जा रही है। इस ताजा हमले में कम से कम 103 लोगों की मौत हुई है, जिनमें काफी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
गाजा के अस्पतालों और चिकित्सा कर्मियों के अनुसार, इजराइली हवाई हमले इतनी तीव्रता से किए गए कि उत्तरी गाजा का प्रमुख अस्पताल संचालन में असमर्थ होकर बंद करना पड़ा। खान यूनिस शहर के आसपास के इलाकों में हुए हवाई हमलों में 48 से अधिक नागरिकों की जान चली गई, जिसमें 18 बच्चे और 13 महिलाएं भी थीं। जबालिया में एक ही परिवार के 09 सदस्यों की मौत और एक अन्य घर पर हमले में 07 बच्चों और एक महिला सहित 10 लोगों की जान गई।
इस ताजा सैन्य अभियान ने हजारों फिलिस्तीनियों को फिर से बेघर और विस्थापित होने पर मजबूर कर दिया है। जबालिया निवासी अबू मोहम्मद यासीन ने कहा, “जब यहूदी युद्धविराम चाहते हैं, तो हमास मना कर देता है, और जब हमास तैयार होता है, तो यहूदी पीछे हट जाते हैं। दोनों पक्ष जैसे फिलिस्तीनी जनता का अंत चाहते हैं। खुदा के लिए हम पर रहम करो, हम अब और विस्थापन नहीं सह सकते।”
वहीं, इजराइली सेना ने अपने बयान में बताया कि पिछले एक सप्ताह के दौरान 670 से अधिक लक्ष्यों को निशाना बनाया गया, और कई आतंकवादियों को मार गिराया गया। हालांकि, नागरिक हताहतों पर टिप्पणी नहीं की गई। सेना का कहना है कि हमास नागरिक क्षेत्रों में सक्रिय होता है, जिससे आम लोगों की जानें जाती हैं।
वर्तमान हालात में इजराइल हमास पर अस्थायी युद्धविराम के लिए दबाव बना रहा है ताकि बंधकों की रिहाई संभव हो सके, लेकिन इसका मतलब युद्ध का अंत नहीं होगा। वहीं, हमास का रुख साफ है कि वह इजराइली सेनाओं की पूर्ण वापसी और स्थायी संघर्ष विराम की गारंटी चाहता है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय