चंडीगढ़, 28 मई (हि.स.)। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता सुखदेव सिंह ढींडसा का बुधवार की शाम मोहाली में निधन हो गया। वह 89 साल के थे। ढींडसा लंबे समय से बीमार थे। वे चंडीगढ़ के निकट मोहाली के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। ढींडसा का अंतिम संस्कार शुक्रवार, 30 मई को किया जाएगा। ढींडसा की गिनती शिरोमणि अकाली दल में स्वर्गीय प्रकाश सिंह बाद के बाद होती थी।
सुखदेव सिंह ढींडसा का जन्म 9 अप्रैल 1936 को पंजाब के संगरूर जिले के उभवाल गांव में हुआ था। उन्होंने स्नातक की पढ़ाई गवर्नमेंट रणबीर कॉलेज संगरूर से की थी। ढींडसा 1972, 1977, 1980 और 1985 में विधानसभा चुनाव जीते। वह परिवहन, खेल, पर्यटन, सांस्कृतिक मामलों और नागरिक उड्डयन जैसे विभागों के मंत्री रहे। साथ ही वे 1998 से 2004 और 2010 से 2022 तक राज्यसभा के सदस्य रहे।
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री रहे ढींडसा 2004 से 2009 तक संगरूर लोकसभा क्षेत्र से सांसद रहे। उन्होंने 2000 से 2004 तक अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में रसायन और उर्वरक, खेल मंत्रालय का कार्यभार संभाला था। अकाली दल के साथ मतभेदों के चलते उन्होंने अलग पार्टी बनाई, फिर मार्च 2024 में उन्होंने इस पार्टी का शिरोमणि अकाली दल में विलय कर दिया।
2019 में केंद्र सरकार ने ढींडसा को पद्म भूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया था, लेकिन उन्होंने दिसंबर 2020 में किसान आंदोलन के समर्थन में अवॉर्ड लौटा दिया था। पिछले साल ढींडसा को श्रीअकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने धार्मिक सजा सुनाई थी। उन्होंने गोल्डन टेंपल में व्हीलचेयर पर बैठकर गेट पर पहरेदारी की थी।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा