नई दिल्ली, 18 जून (हि.स)। पुणे स्थित पीएनजीएस रेवा डायमंड ज्वैलरी ने अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए धन जुटाने के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के समक्ष ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल किया है। कंपनी का लक्ष्य इस आईपीओ के माध्यम से 450 करोड़ रुपये जुटाना है। इसके शेयर एनएसई और बीएसई दोनों स्टॉक एकसचेंज पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है।
पूंजी बाजार नियामक सेबी के समक्ष जमा दस्तावेज के मुताबिक रेवा डायमंड ज्वैलरी का 10 रुपये के अंकित मूल्य वाला यह आईपीओ पूरी तरह से 450 करोड़ रुपये का एक नया निर्गम है। आईपीओ में बुक-बिल्डिंग प्रक्रिया का पालन किया जाएगा, जिसमें कम से कम 75 फीसदी हिस्सा योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) को आवंटित किया जाएगा, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों और खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों को क्रमशः 15 फीसदी और 10 फीसदी मिलेगा।
रेवा डायमंड ज्वैलरी की योजना ताजा निर्गम से प्राप्त 286.56 करोड़ रुपये का उपयोग वित्त वर्ष 2028 तक 15 नए स्टोर स्थापित करने की दिशा में व्यय के वित्तपोषण के लिए किया जाएगा। इन 15 नए स्टोरों के शुभारंभ से संबंधित विपणन और प्रचार संबंधी व्यय के लिए 35.40 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिसका उद्देश्य स्थानीय ब्रांड जागरूकता और दृश्यता को बढ़ाना है। स्मार्ट होराइजन कैपिटल एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड इस इश्यू के लिए एकमात्र बुक-रनिंग लीड मैनेजर है, जबकि बिगशेयर सर्विसेज प्रा.लि. रजिस्ट्रार के रूप में काम कर रही है।
उल्लेखनीय है कि आभूषण कंपनी पीएनजीएस रेवा डायमंड ज्वेलरी हीरे एवं कीमती और अर्ध-कीमती पत्थरों का उपयोग करके बनाए गए आभूषणों की एक विस्तृत शृंखला की बिक्री के व्यवसाय में शामिल है, जिन्हें सोने और प्लैटिनम जैसी कीमती धातुओं में जड़ा जाता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर