नई दिल्ली, 20 जून (हि.स.)। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों वाले बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स में आज से बदलाव हो गया है। सेंसेक्स में पहले से शामिल दो कंपनियों को हटाकर उनकी जगह दो नई कंपनियों को शामिल किया गया है। एफएमसीजी सेक्टर की बड़ी कंपनी नेस्ले इंडिया और प्राइवेट सेक्टर के बैंक इंडसइंड बैंक को सेंसेक्स से बाहर कर दिया गया है। इन दोनों कंपनियों की जगह डिफेंस सेक्टर की सरकारी कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक (बीईएल) और रिटेल सेक्टर की बड़ी कंपनी ट्रेंट लिमिटेड को सेंसेक्स में शामिल किया गया है।
स्टॉक मार्केट रिसर्च एनालिस्ट पुनीत मेघवानी ने कहा कि सेंसेक्स में किए गए इस बदलाव से भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के शेयरों में 37.8 करोड़ डॉलर यानी लगभग 3,150 करोड़ रुपये का और ट्रेंट लिमिटेड के शेयर में करीब 33 करोड़ डॉलर यानी लगभग 2,750 करोड़ रुपये का निवेश आ सकता है। दूसरी ओर इस सूचकांक से बाहर होने वाली कंपनी नेस्ले इंडिया से 23 करोड़ डॉलर और इंडसइंड बैंक से 14.5 करोड डॉलर का निवेश निकल सकता है। स्टॉक मार्केट के ट्रेंड को देखते हुए कहा जा सकता है कि सेंसेक्स में शामिल होने वाले स्टॉक के ट्रेडिंग वॉल्यूम और कीमत में ऐतिहासिक तौर पर उछाल आता रहा है। वही सेंसेक्स से बाहर होने वाले स्टॉक पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ता रहा है।
मेघवानी का कहना है कि इस बदलाव के बाद सेंसेक्स में अल्ट्राटेक सीमेंट का वेटेज बढ़ने की भी संभावना बन गई है, जिससे इस शेयर में 40 लाख डॉलर का फ्रेश इन्वेस्टमेंट हो सकता है। दूसरी ओर, इस बदलाव की वजह से भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, लार्सन एंड टूब्रो, आईसीआईसीआई बैंक, सन फार्मास्यूटिकल्स, एक्सिस बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईटीसी, टीसीएस, कोटक महिंद्रा बैंक और एक्सिस बैंक का सेंसेक्स में वेटेज कम हो सकता है। वेटेज कम होने के कारण इन शेयरों से लगभग 25 करोड़ डॉलर की निकासी हो सकती है।
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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक