नई दिल्ली, 28 जून (हि.स)। बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के तहत भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) को जल मार्ग विकास परियोजना (जेएमवीपी) के कार्यान्वयन के लिए 'संकल्प से सिद्धि इंफ्रास्ट्रक्चर सम्मान' मिला है। जेएमवीपी के मुख्य अभियंता एवं परियोजना प्रबंधक अरुण कुमार मिश्र ने प्राधिकरण की ओर से पुरस्कार प्राप्त किया।
पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में बताया कि नई दिल्ली में 26-27 जून को आयोजित ईटी एज सप्लाई चेन मैनेजमेंट फेस्ट-2025 में भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) को जलमार्ग विकास परियोजना (जेएमवीपी) के कार्यान्वयन के लिए ‘संकल्प से सिद्धि इंफ्रास्ट्रक्चर सम्मान’ प्राप्त हुआ है। जेएमवीपी के मुख्य अभियंता एवं परियोजना प्रबंधक अरुण कुमार मिश्र ने प्राधिकरण की ओर से पुरस्कार प्राप्त किया।
मंत्रालय ने कहा कि ‘संकल्प से सिद्धि इन्फ्रास्ट्रक्चर सम्मान’ भारत में अंतर्देशीय जल परिवहन क्षेत्र को उन्नत बनाने को लेकर आईडब्ल्यूएआई द्वारा किए गए असाधारण बुनियादी ढांचे के कार्यों का प्रमाण है। राष्ट्रीय जलमार्ग-1 (गंगा नदी) की क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से तैयार की गई है। यह परियोजना वर्तमान में वाराणसी से हल्दिया तक गंगा नदी के 1390 किलोमीटर लंबे खंड पर जारी है और झारखंड तथा बिहार से होकर गुजरेगी।
पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने कहा कि जल मार्ग विकास परियोजना के कार्यान्वयन के बाद से राष्ट्रीय जलमार्ग-1 पर माल की आवाजाही में तेजी आई है। यह आवाजाही कुछ वर्ष पहले के 5 एमएमटी प्रति वर्ष से तीन गुना बढ़कर 16 एमएमटी प्रति वर्ष हो गई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर