नई दिल्ली, 23 सितंबर (हि.स)। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने जुलाई महीने में शुद्ध रूप से 21.04 लाख सदस्यों को जोड़ा है। इसमें सालाना आधार पर 5.55 फीसदी की वृद्धि हुई है। ईपीएफओ ने जुलाई 2025 में शुद्ध रूप से 9.79 लाख नए सदस्य जोड़े हैं। इनमें 18-25 आयु वर्ग के 5.98 लाख युवा शामिल हैं, जो कुल नए ग्राहकों का 61.06 फीसदी हैं। इस वर्ग में शुद्ध पेरोल वृद्धि 9.13 लाख रही।
श्रम और रोजगार मंत्रालय आंकड़े से पता चलता है कि ईपीएफओ सदस्य अंतिम निपटान के बजाय ईपीएफ खाते में जमा राशि स्थानांतरित कर अपनी सामाजिक सुरक्षा बनाए रखने को प्राथमिकता दे रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक पहले नौकरी छोड़ चुके लगभग 16.43 लाख पुराने सदस्य जुलाई में दोबारा ईपीएफओ के साथ जुड़े हैं। इसमें सालाना आधार पर 12.12 फीसदी की दर्ज की गई। जुलाई में 2.80 लाख नई महिला सदस्य जुड़ीं, जिससे कुल महिला शुद्ध पेरोल वृद्धि करीब 4.42 लाख रही। इसमें सालाना आधार पर 0.17 फीसदी वृद्धि दर्ज हुई, जो कार्यबल में बढ़ती विविधता को दर्शाती है।
वेतन भुगतान आंकड़ों के राज्यवार विश्लेषण से पता चलता है कि शीर्ष पांच राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने कुल वेतन में लगभग 60.85 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है, जिससे जुलाई के दौरान कुल करीब 12.80 लाख कुल वेतन भुगतान जुड़े हैं। जुलाई के दौरान सभी राज्यों में महाराष्ट्र 20.47 फीसदी कुल वेतन जोड़कर सबसे आगे है। मंत्रालय के मुताबिक ईपीएफओ का ये पेरोल आंकड़ा अस्थायी है, क्योंकि कर्मचारियों का रिकॉर्ड अद्यतन करने की प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन सितंबर 2017 से ही मासिक आधार पर यह आंकड़े जारी कर रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर