सब्सक्रिप्शन के लिए खुला शेषसाई टेक्नोलोजिज का आईपीओ, कंपनी ने एंकर इनवेस्टर्स से जुटाए 243 करोड़ रुपये

23 Sep 2025 14:43:31
शेषसाई टेक्नोलोजिज ने एंकर इनवेस्टर्स से जुटाए 243 करोड़ रुपये


नई दिल्ली, 23 सितंबर (हि.स.)। बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और बीमा इंडस्ट्री को पेमेंट सॉल्यूशंस मुहैया कराने वाली कंपनी शेषसाई टेक्नोलोजिज का 813.07 करोड़ रुपये का आईपीओ आज सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन गया। आईपीओ के तहत 480 करोड़ रुपये के 1.13 करोड़ नए शेयर जारी हो रहे हैं। इसके साथ ही 333.07 करोड़ रुपये के 78.74 लाख शेयरों को ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये भी बेचा जाएगा। इस आईपीओ में 25 सितंबर तक बोली लगाई जा सकती है। आईपीओ में बोली लगाने के लिए 402 रुपये से लेकर 423 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंडर तय किया गया है, जबकि लॉट साइज 35 शेयर का है।

इस आईपीओ में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए 50 प्रतिशत हिस्सा रिजर्व किया गया है। इसके अलावा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए 35 प्रतिशत हिस्सा और नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (एनआईआई) के लिए 15 प्रतिशत हिस्सा रिजर्व है। आईपीओ की ओपनिंग से एक दिन पहले कंपनी ने एंकर इनवेस्टर्स से 243.3 करोड़ रुपये जुटाए। एंकर इनवेस्टर्स को 423 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 57,52,296 इक्विटी शेयरों का आवंटन किया गया है।

इस इश्यू के लिए आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड को बुक रनिंग लीड मैनेजर बनाया गया है। वहीं एमयूएफजी इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को रजिस्ट्रार बनया गया है। इश्यू की क्लोजिंग के बाद 26 सितंबर को शेयरों का अलॉटमेंट किया जाएगा। कंपनी के शेयर 30 सितंबर को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होंगे।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी की आय 6 प्रतिशत घट कर 1,473.62 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले ये 1,569.67 करोड़ रुपये थी। दूसरी ओर, कंपनी का शुद्ध मुनाफा 31 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 222.32 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 169.28 करोड़ रुपये था। इसी तरह ईबीआईटीडीए (अर्निंग बिफोर इंट्रेस्ट, टैक्सेज, डिप्रेशिएशंस एंड एमॉर्टाइजेशन) 370.37 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 303.01 करोड़ रुपये था। प्रॉस्पेक्टस में दी गई जानकारी के अनुसार कंपनी पर वित्त वर्ष 2024-25 में 378.68 करोड़ रुपये के कर्ज का बोझ था।

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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक

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