नई दिल्ली, 23 सितंबर (हि.स)। देश के ऑटोमोबाइल बाजार में नवरात्रि के पहले दिन और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) 2.0 की शुरुआत ने जबरदस्त उछाल ला दिया। जीएसटी की दर घटने के बाद कारों की कीमतें कम होते ही देशभर में शोरूम पर खरीदारों की भीड़ उमड़ पड़ी। नवरात्रि के पहले दिन लाखों लोग अपनी पसंदीदा ब्रांड गाड़ियां खरीदने पहुंचे और कंपनियों ने रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की।
मारुति सुजुकी इंडिया, हुंडई मोटर इंडिया और टाटा मोटर्स जैसी कार निर्माता कंपनियों ने 22 सितंबर को ऐतिहासिक बिक्री दर्ज की। ये नवरात्रि का पहला दिन और जीएसटी 2.0 व्यवस्था के शुभारंभ एक साथ होने की वजह से हुआ। जीएसटी में सुधार के तहत वाहनों और उनके कलपुर्जे पर टैक्स घटकर 18 फीसदी हो गया है। वाहन विनिर्माता कंपनियों ने कारों की कीमत में कटौती करने की घोषणा पहले ही कर दी थी।
मारुति सुजुकी ने बिक्री का बनाया नया रिकॉर्ड
मारुति सुजुकी इंडिया ने मंगलवार को एक बयान में बताया कि उसकी रिटेल सेल सोमवार शाम तक 25 हजार इकाई पार कर गई थी। कंपनी के मुताबिक दिन के अंत तक यह आंकड़ा 30 हजार से ज्यादा पहुंच गया। कंपनी ने कहा कि जीएसटी रेट कट का असर साफ दिखा और डीलरशिप पर लगभग 80 हजार ग्राहकों की इन्क्वायरी दर्ज की गई, जबकि छोटी कारों की बुकिंग में भी 50 फीसदी से ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिली।
हुंडई मोटर की पांच साल की सबसे बड़ी सेल
हुंडई मोटर इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीओओ) तरुण गर्ग ने कहा कि कंपनी ने एक ही दिन में लगभग 11 हजार गाड़ियां बेचीं है, जो पिछले पांच साल का सबसे बड़ा सेल्स का रिकॉर्ड है। उन्होंने बताया कि जीएसटी रेट कटौती का फायदा सीधे ग्राहकों तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। यही वजह है कि पहले दिन का रिस्पॉन्स शानदार रहा।
टाटा मोटर्स ने पहले दिन 10 हजार वाहन बेचे
वाहन विनिर्माता टाटा मोटर्स ने मंगलवार को कहा कि उसके डीलरों ने नवरात्रि पर्व के पहले दिन करीब 10 हजार यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री की। कंपनी ने बताया कि नई जीएसटी व्यवस्था लागू होने के बाद वाहनों की कीमतों में आई कमी से ग्राहकों की मांग में यह तेजी देखने को मिली है।
सेकंड हैंड कारों की बिक्री 400 फीसदी बढ़ी
जीएसटी 2.0 व्यवस्था के शुभारंभ के अवसर पर नई कारों के साथ सेकंड हैंड कार मार्केट ने भी रिकॉर्ड बनाया। कार्स24 के मुताबिक नवरात्रि के पहले दिन दोपहर तक ही उसकी डिलिवरी 400 फीसदी तक बढ़ गई। कंपनी के मुताबिक सबसे ज्यादा डिमांड दिल्ली-एनसीआर में रही, जिसके बाद अहमदाबाद, बेंगलुरु, पुणे और मुंबई जैसे बड़े शहरों का नंबर आया।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर