नई दिल्ली, 24 सितंबर (हि.स.)। ईपैक प्रीफैब टेक्नोलॉजीज का 504 करोड़ रुपये का आईपीओ आज सब्सक्रिप्शन के लिए लॉन्च कर दिया गया। आईपीओ के तहत 300 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हो रहे हैं। इसके साथ ही कंपनी के प्रमोटर्स द्वारा 1 करोड़ शेयरों को ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये भी बेचा जा रहा है। इस आईपीओ में 26 सितंबर तक बोली लगाई जा सकती है। आईपीओ में बोली लगाने के लिए 194 रुपये से लेकर 204 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है। ईपैक प्रीफैब टेक्नोलॉजीज के इस आईपीओ में रिटेल इनवेस्टर्स कम से कम 73 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं, जिसके लिए उन्हें 14,892 रुपये का निवेश करना होगा।
आईपीओ खुलने से एक दिन पहले मंगलवार को ईपैक प्रीफैब टेक्नोलॉजीज ने 10 एंकर इनवेस्टर्स से 151.2 करोड़ रुपये जुटाए। इन एंकर इनवेस्टर्स में व्हाइटओक कैपिटल सबसे बड़ा इनवेस्टर रहा, जिसने अपनी छह योजनाओं के जरिये कंपनी के 60 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इसके अलावा, मॉर्गन स्टेनली, 360 वन, नुवामा, सिटीग्रुप ग्लोबल और समीक्षा इंडिया जैसे प्रमुख नाम भी एंकर बुक में शामिल हुए हैं।
इस आईपीओ में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए 50 प्रतिशत हिस्सा रिजर्व किया गया है। इसके अलावा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए 35 प्रतिशत हिस्सा और नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (एनआईआई) के लिए 15 प्रतिशत हिस्सा रिजर्व है। इस इश्यू के लिए मोनार्क नेटवर्क कैपिटल लिमिटेड को बुक रनिंग लीड मैनेजर बनाया गया है। वहीं, केफिन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड को रजिस्ट्रार बनया गया है। इश्यू की क्लोजिंग के बाद 29 सितंबर को शेयरों का अलॉटमेंट किया जाएगा। कंपनी के शेयर 1 अक्टूबर को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होंगे।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 23.97 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 42.96 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 59.32 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की राजस्व प्राप्ति में भी लगातार बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2022-23 में इसे 660.49 करोड़ का कुल राजस्व प्राप्त हुआ, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 906.38 करोड़ और वित्त वर्ष 2024-25 में उछल कर 1,140.49 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया।
इस अवधि में कंपनी के कर्ज में भी लगातार बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2022-23 के अंत में कंपनी पर 105.93 करोड़ रुपये के कर्ज का बोझ था, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 145.31 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 में उछल कर 210.23 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। इस दौरान कंपनी के रिजर्व और सरप्लस में भी बढ़ोतरी हुई। ये वित्त वर्ष 2022-23 के 122.22 करोड़ रुपये से बढ़कर 2024-25 में 337.01 करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह ईबीआईटीडीए (अर्निंग बिफोर इंट्रेस्ट, टैक्सेज, डिप्रेशिएशंस एंड एमॉर्टाइजेशन) 117.79 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 87 करोड़ रुपये था।
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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक