जैन रिसोर्स रिसाइक्लिंग की प्राइमरी मार्केट में दस्तक, 1,250 करोड़ का आईपीओ लॉन्च

24 Sep 2025 13:23:32
जैन रिसोर्स रिसाइक्लिंग का 1,250 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए लॉन्च हुआ


नई दिल्ली, 24 सितंबर (हि.स.)। स्क्रैप की रीसाइक्लिंग करने वाली कंपनी जैन रिसोर्स रीसाइक्लिंग ने आज अपना 1,250 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए लॉन्च कर दिया। आईपीओ के तहत 2 रुपये फेस वैल्यू वाले 500 करोड़ रुपये के 2,15,51,724 नए शेयर जारी हो रहे हैं, जबकि 750 करोड़ रुपये के 3,23,27,586 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये बेचे जा रहे हैं। इस आईपीओ में 26 सितंबर तक बोली लगाई जा सकती है। आईपीओ में बोली लगाने के लिए 220 रुपये से लेकर 232 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है। जबकि लॉट साइज 64 शेयर का है।

इस आईपीओ में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए 75 प्रतिशत हिस्सा रिजर्व किया गया है। इसके अलावा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए 10 प्रतिशत हिस्सा और नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (एनआईआई) के लिए 15 प्रतिशत हिस्सा रिजर्व है। इस इश्यू के लिए डीएएम कैपिटल एडवाइजर्स लिमिटेड को बुक रनिंग लीड मैनेजर बनाया गया है। वहीं केफिन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड को रजिस्ट्रार बनया गया है। इश्यू की क्लोजिंग के बाद 29 सितंबर को शेयरों का अलॉटमेंट किया जाएगा। कंपनी के शेयर 1 अक्टूबर को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होंगे।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 91.81 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 163.83 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 223.29 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की राजस्व प्राप्ति में भी लगातार बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2022-23 में इसे 3,107.53 करोड़ रुपये का कुल राजस्व प्राप्त हुआ, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 4,484.84 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 में उछल कर 7,162.15 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया।

इस अवधि में कंपनी के कर्ज में भी लगातार बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2022-23 के अंत में कंपनी पर 732.79 करोड़ रुपये के कर्ज का बोझ था, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 909.38 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 में उछल कर 919.92 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। इस दौरान कंपनी के रिजर्व और सरप्लस में भी बढ़ोतरी हुई। ये वित्त वर्ष 2022-23 में 161.30 करोड़ रुपये था, जो 2023-24 में बढ़ कर 328.13 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 660.01 करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह वित्त वर्ष 2022-23 में ईबीआईटीडीए (अर्निंग बिफोर इंट्रेस्ट, टैक्सेज, डिप्रेशिएशंस एंड एमॉर्टाइजेशन) 124.18 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 227.22 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 में 368.58 करोड़ रुपये हो गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक

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