(अपडेट) आईवैल्यू इंफो सॉल्यूशंस ने किया निराश, कमजोर लिस्टिंग के बाद बना बिकवाली का दबाव

25 Sep 2025 16:56:31
आईवैल्यू इंफोसॉल्यूशंस की कमजोर लिस्टिंगके बाद बना बिकवाली का दबाव


नई दिल्ली, 25 सितंबर (हि.स.)। टेक्नोलॉजी सर्विसेज और सॉल्यूशंस मुहैया कराने वाली कंपनी आईवैल्यू इंफोसॉल्यूशंस के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में गिरावट के साथ एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को निराश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 299 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई पर इसकी लिस्टिंग करीब 4 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ 285 रुपये के स्तर पर और एनएसई पर 284.95 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद बिकवाली शुरू हो जाने के कारण कंपनी के शेयरों के भाव में और गिरावट आ गई। पूरे दिन के कारोबार के बाद आईवैल्यू इंफोसॉल्यूशंस के शेयर 281.75 रुपये के स्तर पर बंद हुए। इस तरह पहले दिन के कारोबार में ही कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 5.77 प्रतिशत का नुकसान हो गया।

आईवैल्यू इंफोसॉल्यूशंस का 560.29 करोड़ रुपये का आईपीओ 18 से 22 सितंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से एवरेज रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 1.82 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 3.18 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 1.26 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 1.28 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इस आईपीओ के तहत कोई भी नया शेयर जारी नहीं किया गया है। इस पब्लिक इश्यू में 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 1,87,38,958 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये बेचे गए हैं।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 59.92 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 70.57 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 85.30 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की राजस्व प्राप्ति में उतार चढ़ाव होता रहा। वित्त वर्ष 2022-23 में इसे 805.79 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में फिसल कर 795.18 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। इसके बाद अगले वित्त वर्ष 2024-25 में ये बढ़ कर 942.35 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।

इस दौरान कंपनी पर कर्ज के बोझ में लगातार गिरावट आई। वित्त वर्ष 2022-23 के आखिर में कंपनी का कर्ज 50.48 करोड़ रुपये, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिर में घट कर 45.19 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 के आखिर में कंपनी का कर्ज फिसल कर 42.45 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस अवधि में कंपनी के रिजर्व और सरप्लस की बात करें, तो यह वित्त वर्ष 2022-23 के आखिरी में ये 294.24 करोड़ रुपये के स्तर पर था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिरी में बढ़ कर 364.77 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 के आखिरी में उछल कर 452.36 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक

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